बेसिक शिक्षा स्कूलों पर CM योगी बोले- बच्चों की 55 से 60 लाख बढ़ी संख्या

 KNEWS DESK…. सीएम योगी ने बेसिक शिक्षा सत्र 2023-24 के दौरान कहा कि बेसिक शिक्षा स्कूलों में 2017 से पहले बच्चे स्कूल आने से डरते थे। लोगों में उत्साह नहीं था। स्कूलों में पेड़ों की जगह झाड़ियां जमा रहती थीं। आज उन्हीं स्कूलों में बच्चो  की जनसंख्या बढ़ती हुई नजर आ रही है। स्कूलों की दीवारों पर बच्चों की रचनात्मक अभिव्यक्ति पेंटिंग के रूप में दिखाई देती है। आज हर माता पिता अपने बच्चों को स्कूल भेजना चाहता है ।

आपको बता दें कि बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में 6 साल में  लगभग 55 से 60 लाख बच्चें विद्यालय में आए हैं। पढ़ने वाले बच्चों की संख्या 1 करोड़ 91 लाख से अधिक हो गई है। जब मै इस संख्या को देखता हूं तो सोचता हूं कि कई देशों में तो आबादी इतनी नहीं है। बीते 6 वर्षों में यूपी में समग्र विकास की भावना को साकार करते हुए क्रांतिकारी परिवर्तन लाने का प्रयास किया गया है। यह सभी बातें सीएम योगी ने आज यानी 18 जुलाई को शिक्षा सत्र 2023-24 बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र छात्राओं को ड्रेस स्वेटर स्कूल बैग  जूता मोजा एवं स्टेशनरी की खरीद के लिए प्रति छात्र-छात्रा को 1200 रुपए की धनराशि DBT के माध्यम उनके माता-पिता के बैंक खातों में भेजा गया है।

ये बच्चे पढ़ लिख जाएंगे तो सकारात्मक योगदान दे पाएंगे-सीएम योगी

मुख्यमंत्री योगी ने आगे कहा कि हमारे शिक्षकों की भी जिम्मेदारी है कि वो सुनिश्चित करें कि बच्चे नियमित रूप से यूनिफॉर्म में आएं। उम्मीद की जाती है कि हर शिक्षक बच्चे के लिए यूनिफॉर्म बनवाने को अभिभावक के साथ बैठक कर चर्चा करेगा, ताकि समय सीमा में बच्चे यूनिफॉर्म, किताबें, जूते-मोजे पा सकें। दो-तीन वर्ष पहले तक यह शिकायत आती थी कि यूनिफॉर्म नहीं मिल पा रहा, बुक्स नहीं मिल पा रही है। आज पैसा अभिभावक के खाते में जा रहा है, जो पारदर्शिता का नमूना है। इसकी मॉनीटरिंग विद्यालय स्तर पर प्रधानाचार्य के माध्यम से, शिक्षकों के माध्यम से होनी चाहिए। अभिभावकों के साथ जब संवाद होगा तो समस्या के समाधान के साथ सही आंकड़े भी हमारे पास आ पाएंगे कि वास्तव में कितने बच्चे बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में अध्ययन कर रहे हैं। इसी तरह हमारी जिम्मेदारी बनती है कि जो बच्चे आधे में स्कूल छोड़ देते हैं इसके लिए अभिभावकों से बातचीत की जाए। ये बच्चे पढ़ लिख जाएंगे तो सकारात्मक योगदान दे पाएंगे।

शिक्षकों के रिफ्रेशर कोर्स चलाने चाहिए-मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि 2017 के पहले की स्थिति क्या थी, शिक्षकों की भारी कमी थी। मुझे आश्चर्य होता है कि कुछ लोग इस बात की चर्चा करते हैं कि 5 वर्ष से शिक्षकों की भर्ती नहीं हुई। पिछले 6 वर्ष में एक लाख 64 हजार शिक्षकों की भर्ती बेसिक और माध्यमिक शिक्षा परिषद में हुई है। जो लोग रिटायर हो रहे हैं, जहां अतिरिक्त शिक्षकों की आवश्यकता होती है, वहां पर निरंतर इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है। इसी के लिए प्रदेश के अंदर एक शिक्षा आयोग बनाने की प्रक्रिया वर्तमान में प्रचलित है और बहुत जल्द हम इसका गठन करने जा रहे हैं। इसके साथ ही समय समय पर शिक्षकों के रिफ्रेशर कोर्स चलाने चाहिए। शिक्षक यदि अपडेट होगा तो वो पूरी पीढ़ी को अपडेट कर देगा। हमारा प्रयास होना चाहिए कि डायट खाली न हो, योग्य शिक्षक जाएं। उन्हें अतिरिक्त सुविधाएं दीजिए। शिक्षकों को और पारंगत करने के लिए वहां जो भी गैप है उसे पूरा करना होगा। आज जो किताबें यहां विमोचित हुई हैं, वो हर विद्यालय में उपलब्ध कराई जाएं और शिक्षक भी उसे अवश्य पढ़ें।

 

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