रिपोर्टर – दीपक अधिकारी
हल्द्वानी,श्री बालाजी मंदिर समिति रुपनगर की बैठक श्री हनुमान जन्मोत्सव को लेकर संपन्न हुई। बैठक में मंदिर संरक्षक अपूर्व जोशी ने बताया कि 21 वर्षों से श्री बालाजी महाराज की संपूर्ण दरबार के साथ पूजा अर्चना होती आ रही है और विगत 10 वर्षों से लगातार हनुमान जन्मोत्सव बड़े धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। इस वर्ष और प्रति वर्षो से अधिक धूमधाम हर्षोल्लास के साथ श्री बालाजी महाराज का जन्मोत्सव मनाया जा रहा है जिसमें बाहर के कलाकारों के द्वारा 15 फुट के श्री गणेश जी ,भगवान श्री रामचंद्र जी हनुमान जी के 7 भाइयों के साथ, बांके बिहारी की रासलीला, भोलेनाथ का अघोरी रूप बालाजी महाराज का भव्य दरबार के साथ शोभायात्रा निकाली जा रही है।मंदिर व्यवस्थापक महंत पूरन चंद पाठक ने बताया कि इस कलयुग के प्रमुख देवता हनुमान जी हैं, माता सीता ब शिव जी के आशीर्वाद से हनुमान जी इस कलयुग के प्रकट देवता है. इनकी आराधना करने से ग्रह पीड़ा दूर होती है, पित्र दोष में शांति मिलती है, और सभी देवताओं का आशीर्वाद मिलता है, क्योंकि हनुमान जी से जुड़ी हुई जितनी भी रचनाएं हैं वह सब वैज्ञानिक दृष्टिकोण से मान्य हैं इसलिए हनुमान जी की आराधना करना सर्वश्रेष्ठ है।हनुमान जन्मोत्सव पर सभी लोगों को हनुमान मंदिर जाकर एक घी का दिया अवश्य जलाना चाहिए जिससे भगवान श्री हनुमान जी की कृपा प्राप्त हो और संकट कष्ट दूर हो और 2 दिन 5 और 6 को हनुमान जन्म उत्सव के कार्यक्रम में इष्ट मित्रों परिवार के साथ सम्मिलित होकर बालाजी महाराज का मान बढ़ाएं और उनकी कृपा प्राप्त करें।कार्यक्रम संयोजक अतुल कुमार गुप्ता के द्वारा कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया गया कि 5 अप्रैल को दिन में 3:30 से भव्य शोभायात्रा लक्ष्मी शिशु मंदिर से प्रारंभ होकर मंगल पड़ाव, सिंधी चौराहा, कालाढूंगी चौराहा, जेल रोड चौराहा, मुखानी चौराहा, हीरा नगर चौराहा मुख्य मार्ग से होते हुए श्री बालाजी मंदिर रूपनगर पर संपन्न होगी। इसके बाद भंडारे का आयोजन किया जाएगा। शोभा यात्रा का शुभारंभ राज्यमंत्री अजय भट्ट ,कालाढूंगी विधायक बंशीधर भगत , हल्द्वानी विधायक सुमित हृदेश हल्द्वानी, महापौर जोगेंद्र सिंह रौतेला के द्वारा ध्वज पूजन कर किया जाएगा। वही 6 अप्रैल प्रातः 9:00 से श्री सुंदरकांड पाठ किया जाएगा।11:30 से विशाल भंडारे का आयोजन किया गया है। शाम 7:30 बजे से बालाजी महाराज का विशाल दरबार सजाया जाएगा जिसमें बाहर के आए कलाकारों के द्वारा बालाजी महाराज के भजनों के द्वारा गुणगान बालाजी महाराज की इच्छा तक किया जाएगा। महा आरती व प्रसाद वितरण किया जाएगा। जिसमें चूरमे का लड्डू का भोग लगाया जाएगा।