महाराष्ट्र में मूसलाधार बारिश का कहर, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने की राहत कार्यों की समीक्षा

KNEWS DESK – महाराष्ट्र में पिछले दो दिनों से लगातार मूसलाधार बारिश से हालात गंभीर हो गए हैं। खासतौर पर मुंबई और मराठवाड़ा क्षेत्र में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। शनिवार देर रात से बारिश का सिलसिला जारी रहा, जिससे सड़कें जलमग्न हो गईं और कई इलाकों में संपर्क टूट गया।

मुख्यमंत्री ने की राहत कार्यों की समीक्षा

रविवार, 28 सितंबर को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मराठवाड़ा के आठ जिलों और सोलापुर में वर्षा और राहत कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रभावित क्षेत्रों में राहत शिविरों में भोजन, पेयजल और स्वास्थ्य सुविधाओं की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

सीएम ने विशेष रूप से चारे की कमी के मुद्दे पर ध्यान देते हुए पशुओं के लिए चारे की आपूर्ति बढ़ाने के निर्देश भी दिए। इसके अलावा, भारी बारिश के चलते बांधों से पानी छोड़े जाने की स्थिति पर भी सतर्क रहने और संवेदनशील क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने पर जोर दिया।

प्रभावित जिलों की स्थिति

  • सोलापुर: 4,002 लोग रेस्क्यू, 6,500 लोग राहत शिविरों में। 10 किलो चावल, 10 किलो गेहूं और 10,000 रुपए की तत्काल मदद वितरित।
  • बीड: वडवणी तहसील में संपर्क टूटा, एनडीआरएफ और सेना तैनात। 2,567 परिवार विस्थापित, 10 मौतें, 8 परिवारों को आर्थिक सहायता।
  • जालना: 26 मंडलों में अतिवृष्टि। 225 लोगों को सुरक्षित स्थानांतरित, 9 मौतें, 7 परिवारों को आर्थिक मदद।
  • लातूर: अहमदपुर और उदगीर समेत कई जगहों से 500 से अधिक लोगों को राहत शिविर में रखा गया। 60 सड़कें और पुल जलमग्न।
  • परभणी: 36 गांवों का संपर्क टूटा। 1,386 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया, 6 मौतें, 203 घरों को नुकसान।
  • हिंगोली: 23 मंडलों में नुकसान। 10 गांवों का संपर्क टूटा, 13 मौतें, 231.27 करोड़ रुपए की मदद की प्रक्रिया।
  • छत्रपति संभाजीनगर: जिले में 818.5 मिमी बारिश। 68 मंडलों में अतिवृष्टि। 133 पक्के और 291 कच्चे घर क्षतिग्रस्त।
  • धाराशिव: 6 गांवों का संपर्क टूटा। 3,615 लोगों को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित किया गया, 88 घर ढहे।

सीएम के निर्देश

मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे प्रभावित क्षेत्रों में रहकर राहत और बचाव कार्यों की निगरानी करें। उन्होंने कहा कि नागरिकों को तुरंत आवश्यक मदद उपलब्ध कराई जाए और राहत शिविरों में सभी सुविधाओं का इंतजाम सुनिश्चित किया जाए।

मौसम विभाग की चेतावनी

महाराष्ट्र में 30 सितंबर तक भारी बारिश की चेतावनी जारी है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और कोंकण क्षेत्रों में सतर्क रहने की अपील की है।

इस संकट के बीच प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां 24 घंटे राहत एवं बचाव कार्यों में जुटी हैं, ताकि किसी भी तरह की आपदा को नियंत्रित किया जा सके और प्रभावित नागरिकों को तुरंत मदद मिल सके।