कानपुरः हेयर ट्रांसप्लांट करने वाली डॉक्टर के कांड के खुल रहे पन्ने, लाखों की सर्जरी मात्र 50 हजार में करती थी

कानपुर- कानपुर के केशवनगर स्थित हेयर ट्रांसप्लांट क्लिनिक में हेयर प्लांट करवाने वाले दो इंजीनियरों की मौत के बाद चर्चा में आई डॉक्टर अनुष्का तिवारी का नाम सुर्खियों में है। हेयर ट्रांसप्लांट करने वाली डॉक्टर के कारनामों से हर कोई हैरान है। वहीं मृतक इंजीनियरों के परिजन भी लगातार हेयर ट्रांसप्लांट कांड पर नए-नए खुलासे कर रहे हैं। हेयर ट्रांसप्लांट के बाद इंजीनियरों की मौत के बाद डॉक्टर अनुष्का और उसका पति फरार चल रहे हैं वहीं इनकी डिग्री पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं।

लाखों में होने वाली हेयर ट्रांसप्लांट मात्र कुछ हजारों में

इंजीनियरों की मौत के बाद खुलासा हुआ कि दोनों इंजीनियरों ने जो हेयर ट्रांसप्लांट डॉक्टर अनुष्का से करवाया था उस हेयर ट्रांसप्लांट के लिए अन्य डॉक्टर लाखों रूपये चार्ज करते हैं वहीं परिजनों ने बताया कि डॉ अनुष्का ने इसी हेयर ट्रांसप्लांट के 40-50 हजार रूपए लिए थे।

मयंक से लिए थे 40 हजार

मयंक के परिजनों ने बताया कि बाल झड़ने की समस्या के कारण वह हेयर ट्रांसप्लांट कराना चाहते थे। उन्होंने ऑनलाइन सर्च करके एंपायर क्लिनिक, केशवपुरम की डॉक्टर अनुष्का तिवारी से संपर्क किया. डॉक्टर से बातचीत के बाद वह क्लिनिक पहुंचे, जहां जांच के बाद सर्जरी का खर्च ₹40,000 बताया गया। ऑनलाइन भुगतान के बाद डॉक्टर ने 5 घंटे की सर्जरी की। बाद में उन्होंने बताया कि मयंक पूरी तरह स्वस्थ हैं और उन्हें घर ले जाया जा सकता है। घर पहुंचने के कुछ समय बाद सर्जरी वाले हिस्से में तेज दर्द शुरू हुआ। डॉक्टर से संपर्क किया गया, तो उन्होंने फोटो और वीडियो मंगवाए और कुछ दवाइयाँ खाईं। आराम न मिलने पर एक इंजेक्शन लेने को कहा गया, जिससे भी कोई फायदा नहीं हुआ। इसके बाद डॉक्टर ने किसी अन्य अस्पताल में ले जाने को कहा। वहां स्थिति बिगड़ गई और कुछ देर में मयंक की मौत हो गई। जब परिजनों ने डॉक्टर को फोन कर इसकी जानकारी दी तो उन्होंने कॉल काट दिया और सभी नंबर ब्लॉक कर दिए।

विनीत ने दिए थे 50 हजार

इंजीनियर विनीत दुबे की पत्नी जया त्रिपाठी ने बताया, मेरे पति के अकाउंट से डॉक्टर अनुष्का तिवारी ने ऑनलाइन ₹1,000 एडवांस लिए थे, जबकि ₹50,000 उन्हें कैश में दिए गए थे। इसके बावजूद सही इलाज नहीं किया गया और मेरे पति की जान चली गई. जया ने बताया कि डॉक्टर ने एक अन्य नंबर से कॉल करके बिना नाम बताए बताया था कि उनके पति की तबीयत खराब है और उन्हें अनुराग हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। जब उनके चाचा वेद प्रकाश त्रिपाठी अस्पताल पहुंचे तो स्थिति थी। फिर उन्हें रीजेंसी हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।