KNEWS DESK- पंजाब में किसानों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आज रेल रोको आंदोलन का ऐलान किया है। इस आंदोलन के तहत, किसान राज्य के 23 प्रमुख स्थानों पर ट्रेनों को रोकेंगे। यह आंदोलन दोपहर 12 बजे से लेकर 3 बजे तक चलेगा, और इस दौरान किसान पंजाब के सभी प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर इकट्ठा होंगे, जहां वे ट्रैक को पूरी तरह से जाम कर देंगे।
किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी और अन्य मुद्दों को लेकर इस आंदोलन में भाग ले रहे हैं। किसानों का कहना है कि सरकार उनकी मांगों को नजरअंदाज कर रही है, और MSP की गारंटी, कृषि कानूनों की वापसी, और किसानों के लिए बेहतर कानूनों की जरूरत को लेकर यह प्रदर्शन हो रहा है। आंदोलनकारी किसान अपनी आवाज सरकार तक पहुंचाने के लिए इस बड़े कदम को उठा रहे हैं।
किसान आंदोलन 2.0 की बढ़ी हुई मांगें
यह रेल रोको आंदोलन हरियाणा और पंजाब के शंभू और खन्नौरी बॉर्डर पर जारी किसान आंदोलन 2.0 के तहत किया जा रहा है। किसान संगठन इस आंदोलन के जरिए अपनी पुरानी मांगों के साथ-साथ नई मांगों को भी सरकार के सामने रखने की योजना बना रहे हैं। वे चाहते हैं कि राज्य और केंद्र सरकार कृषि क्षेत्र के सुधारों के लिए ठोस कदम उठाए, और उनकी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए ठोस उपाय लागू करें।
किसान नेताओं का कहना है कि पिछले कुछ सालों से सरकार ने किसानों की समस्याओं को नजरअंदाज किया है, और अब वे अपनी मांगों के लिए सड़क पर उतरने को मजबूर हो गए हैं। उनका कहना है कि जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती, तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा।
रेल रोको आंदोलन के कारण रेल सेवाओं पर असर
इस रेल रोको आंदोलन के कारण पंजाब में कई प्रमुख रेलवे मार्गों पर ट्रेन सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं। राज्यभर में किसान ट्रैक को जाम करेंगे, जिससे ट्रेन संचालन में रुकावट आ सकती है। रेलवे विभाग ने इस स्थिति को देखते हुए पहले से ही अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था और वैकल्पिक मार्ग तैयार करने की तैयारी की है। यात्रियों से अपील की गई है कि वे अपने यात्रा कार्यक्रम में बदलाव करें और ट्रेन संचालन पर नजर रखें।
आंदोलनकारियों की शांति की अपील
हालांकि किसानों ने आंदोलन की घोषणा की है, लेकिन किसान नेताओं ने शांति और अहिंसा से प्रदर्शन करने की अपील की है। उनका कहना है कि वे अपने अधिकारों की आवाज उठाने के लिए शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे हैं, और उनकी कोशिश है कि कोई भी हिंसक घटना न घटे। किसान संगठन इस आंदोलन को जन जागरूकता बढ़ाने और सरकार पर दबाव बनाने के एक तरीके के रूप में देख रहे हैं, ताकि उनकी जायज मांगों को सुना जा सके।
पंजाब में आज का रेल रोको आंदोलन किसानों द्वारा अपनी समस्याओं को लेकर उठाए गए एक और कदम का हिस्सा है। सरकार पर दबाव बनाने के लिए यह एक बड़ा और महत्वपूर्ण कदम है। हालांकि, इससे राज्य में यातायात और रेल सेवाओं पर असर पड़ सकता है, लेकिन आंदोलनकारी किसानों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, उनका संघर्ष जारी रहेगा।
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