राजनीतिक विश्लेषण: जाति न पूछो नेता की !

 

दुर्गेन्द्र सिंह चौहान          प्रधान संपादक

नई दिल्ली, संसद में जाति आधारित जनगणना को लेकर नेता विपक्ष राहुल गांधी और भाजपा के सांसद पूर्व केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर में तल्खी के दरम्यान राहुल गांधी की जाति पूछे जाने पर कांग्रेस और इंडिया गठबंधन आक्रामक हो गया है । आज संसद के अन्दर और बाहर इसकी कमान अखिलेश यादव ने अपने हाथ में ली । सुबह संसद में जाने से पहले अखिलेश ने पत्रकारों से कहा कि मैं कभी भी यह भूल नहीं सकता कि जब मैंने मुख्यमंत्री आवास छोड़ा था तो उसे किन लोगों ने गंगाजल से धोया था , क्या एक मुख्यमंत्री का आवास खाली करने के बाद उसे गंगाजल से धोना उचित था?? मैं मंदिर में गया तो मंदिर को भी धो दिया गया। मंदिर में कोी पूजा नहीं कर सकता । मैनपुरी में प्रतिमा को भी गंगाजल से धोया गया । उनका इशारा महाराणा प्रताप की प्रतिमा की ओर था जिसे लोकसभा चुनाव नामांकन के दौरान डिंपल यादव और अखिलेश यादव ने माल्यार्पण किया था और उसके बाद एक समूह ने महाराणा प्रताप की प्रतिमा को भी गंगाजल से धो दिया था । लोससभा की कार्यवाही शुरू हुई तो अखिलेश भाजपा की बेंच की तरफ मुखातिब होकर दहाड़े, कोई किसी की जाति कैसे पूछ सकता है, भाजपा पर हमला किया कि इनकी मानसिकता दलित, पिछड़ा विरोधी है इसलिए विरोध कर रहे हैं।

प्रतीकों, प्रतिमाओं और दृष्टांत के जरिए विपक्ष ने सरकार को घेरने में कोई कसर छोड़ी नहीं है। 22 जुलाई से संसद का मानसून सत्र चल रहा है , एक भी दिन ऐसा नहीं गया जब सरकार के खिलाफ विपक्ष ने मजबूत मुद्दों से उसकी घेराबंदी न की हो। भारतीय जनता पार्टी का खेमा जिस तरीके से बचाव करता नजर आता है उससे साफ है कि सरकार और भारतीय जनता पार्टी नीत एनडीए गठबंधन की राह और भी मुश्किल होने वाली है। इस बीच राहुल गांधी पर लोकसभा में तीखा प्रहार करने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सांसद अनुराग ठाकुर की पीठ ठोंकी है। मोदी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल्स पर अनुराग ठाकुर का बयान पोस्ट करके यह जता दिया कि भाजपा भी आक्रामक राजनीतिक ही करेगी हालांकि जाति पूछने वाले अनुराग ठाकुर के बयान का समर्थन करके उनकी पीठ ठोंकने पर कांग्रेस में तीखी प्रतिक्रिया हुई है। कांग्रेस प्रधानमंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस देगी। वार पलटवार के बीच अखिलेश पर अनुराग ठाकुर ने ताजा प्रहार करते हुए एक पुराना वीडियो बयान एक्स पर पोस्ट किया जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री एक पत्रकार की जाति पूछते नजर आ रहे हैं। ठाकुर ने सवाल उठाया है कि अखिलेश खुद जातिवाद का जहर फैलाते हैं तो दूसरों को कैसे रोक सकते हैं। अब सांसद के भीतर और बाहर जाति एक बड़ा मुद्दा बन गया है। नेता विपक्ष राहुल गांधी ने जिस तरीके से खम ठोंककर कहा की इसी सदन में जाति जनगणना का बिल और किसानों को एमएसपी की कानूनी गारंटी का बिल हम पास कराकर रहेंगे …यह अति विश्वास.. भविष्य की राजनीति का संकेत दे रहा है… सवाल यह है कि क्या जाति जनगणना केवल का भारत की राजनीति में कोई राजनीतिक दल विरोध कर सकता है या किसानों को एसपी की गारंटी का बिल अगर सदन में आया तो उसका कौन-कौन विरोध करेगा यह देखने वाली बात होगी।

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