यात्रा पर बवाल, कुर्सी पर सवाल ! 

उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, देवभूमि उत्तराखंड में केदारनाथ के मुद्दे पर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। दअरसल कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में केदारनाथ धाम प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा गतिमान है। इस यात्रा को शुरू हुए चार दिन हो गये हैं। और अब यह यात्रा देवप्रयाग से आगे बढ़ गई है। वहीं जैसे जैसे कांग्रेस की ये यात्रा चल रही है। राज्य में वैसे वैसे इस पर सियासी बयानबाजी भी तेज हो गई है। दअरसल भाजपा का आरोप है कि केदारनाथ में होने वाले उपचुनाव और करन माहरा अपनी कुर्सी बचाने के लिए इस यात्रा को कर रहे हैं। जिससे राज्य की चारधाम यात्रा पर इसका विपरित असर पड़ रहा है। वहीं कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए पूर्व कैबिनेट मंत्री और भाजपा नेतादिनेश अग्रवाल का कहना है कि करन माहरा सिर्फ अपनीकुर्सी बचाने के लिए यह यात्रा कर रहे हैं। उन्होने कहा कि हाल ही में कांग्रेस की हार के कारणों की पड़ताल को पहुंचे फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के अध्यक्ष पीएल पुनिया के सामने सभी नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष की मुखालफत की। अब सभी दिखावे को साथ है।यदि सभी अध्यक्ष के साथ हैं, तो वे ऐलान करें कि 2027 तक करन माहरा ही कांग्रेस के अध्यक्ष बनाए रखे जाएं। दिनेश अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सिर्फ पार्टी में अपनी कमजोर होती स्थिति कोछिपाने के लिए ये यात्रा निकाल रहे हैं। वहीं कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रही है। केदारनाथ धाम सेशिला ले जाकर नई दिल्ली में केदारनाथ धाम मंदिर का शिलान्यास किया गया और केदारनाथधाम मंदिर ट्रस्ट के नाम से चंदा वसूला जा रहा है। ट्रस्ट के क्यूआर कोड पर आज भीचंदा लिया जा रहा है। इसके अलावा केदारनाथ धाम से 228 किलों सोना कहा गायब हुआ..कांग्रेसने गायब सोने की सुप्रीम कोर्ट के जज से जांच कराने की मांग की है। सवाल ये है कि क्या करन माहरा की ये यात्रा कुर्सी बचाओं यात्रा है। क्या सरकार केदारनाथ धाम सेगायब हुए सोने की जांच कराएगी

 

उत्तराखंड में मानसून की भारी बारिश बावजूद राज्यका राजनीतिक पारा गरमाया हुआ है। दअरसल कांग्रेस ने भाजपा पर हिन्दुओँ की धार्मिकभावनाओं से खिलवाड़ करने और मुख्यमंत्री पर केदारनाथ धाम से शिला ले जाकर नईदिल्ली में केदारनाथ धाम मंदिर का शिलान्यास करने के साथ ही तमाम अन्य मुद्दों कोलेकर केदारनाथ धामप्रतिष्ठा रक्षा यात्रा निकाली हुई है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा केनेतृत्व में केदारनाथ धाम प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा गतिमान है। इस यात्रा को शुरूहुए चार दिन हो गये हैं। और अब यह यात्रा देवप्रयाग से आगे बढ़ गई है। वहीं जैसेजैसे कांग्रेस की ये यात्रा चल रही है। राज्य में वैसे वैसे इस पर सियासी बयानबाजीभी तेज हो गई है। पूर्व कैबिनेट मंत्री और भाजपा नेता दिनेश अग्रवाल का कहना है किकरन माहरा सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने के लिए यह यात्रा कर रहे हैं। केदारनाथ सेइस यात्रा का कोई सरोकार नहीं है।

 

आपको बता दे कि कांग्रेस की केदारनाथ धाम प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा हरिद्वार के हर की पैड़ी से शुरू हुई थी। इस यात्रा के जरिए कांग्रेसी केदारनाथ से जुड़े तमाम मुद्दों को उठा रहे हैं। वहीं इस यात्रा में राहुल गांधी भी शामिल हो सकते हैं। प्रदेश नेतृत्व ने उन्हें यात्रामें शामिल होने के लिए आमंत्रण भेजा है। इसके साथ ही कांग्रेस ने केंद्र सरकार सेकेदारनाथ धाम से गायब हुए 228 किलो सोने की जांच की मांग की है। कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप का कहना है कि केंद्र सरकार केदारनाथ से गायबहुए सोने की सुप्रीम कोर्ट के सीटिंग जज के जांच कराए…

 

कुल मिलाकर देवभूमि उत्तराखंड में श्री केदारनाथ मंदिर का दिल्ली में शिलान्यास करनेपर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। कांग्रेस अब इस यात्रा के जरिए इस मुददे को बड़ी प्रमुख्ता के साथ उठा रही है । साथ ही सरकार पर गायब सोने की सीटिंग जज से जांच कराने की भी मांग कर रही है। सवाल ये है कि क्या करन माहरा की ये यात्रा कुर्सी बचाओं यात्रा है। क्या सरकार केदारनाथ धाम से गायब हुए सोने की जांच कराएगी या नहीं

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