KNEWS DESK- केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने विझिनजाम अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह पर चीनी मालवाहक जहाज ‘सैन फर्नांडो’ का औपचारिक स्वागत किया, जहां एक दिन पहले जहाज खड़ा हुआ था। ये समारोह केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, केरल विधानसभा अध्यक्ष एएन शमसीर, राज्य बंदरगाह मंत्री वी.एन. वासवन और उनके कैबिनेट सहयोगियों के.एन. बालगोपाल, वी शिवनकुट्टी, के राजन और जीआर अनिल, यूडीएफ विधायक एम विंसेंट और एपीएसईजेड के प्रबंध निदेशक करण अडानी की मौजूदगी में आयोजित किया गया।
इस अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह का विकास अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड (एपीएसईज़ेड) ने किया है, जो भारत का सबसे बड़ा बंदरगाह डेवलपर और अडानी समूह का हिस्सा है। ‘सैन फर्नांडो’ गुरुवार को नवनिर्मित बंदरगाह पर पहुंचा, जो भारत के सबसे बड़े गहरे पानी के ट्रांस-शिपमेंट बंदरगाह पर पहला कंटेनर जहाज का आगमन था। विझिनजाम इंटरनेशनल सीपोर्ट लिमिटेड (वीआईएसएल) में 300 मीटर लंबे इस मदरशिप को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे।
बंदरगाह का निर्माण सार्वजनिक-निजी भागीदारी मॉडल के तहत किया जा रहा है। विझिनजाम बंदरगाह के लिए कुल निवेश करीब 8,867 करोड़ रुपये है। इसमें से राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने क्रमश: 5,595 करोड़ रुपये और 818 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। आधुनिक उपकरणों और उन्नत स्वचालन और आईटी प्रणालियों से सुसज्जित, विझिंजम भारत का पहला अर्ध-स्वचालित बंदरगाह बन जाएगा, जिसके सितंबर या अक्टूबर 2024 में पूरी तरह से चालू होने की उम्मीद है। ये परियोजना 2019 में शुरू होनी थी, लेकिन भूमि अधिग्रहण संबंधी समस्याओं की वजह से इसमें देरी हुई।
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