गुरूद्वारा एक्ट संशोधन बिल के खिलाफ S. G. P. C. ने बुलाई बैठक

KNEWS DESK… अमृतसर में आज यानी 26 जून को S. G. P. C. के जनरल हाउस की मीटिंग चल रही है। विधानसभा में पास किए गए गुरूद्वारा एक्ट संशोधन बिल के खिलाफ बैठक बुलाई गई है।  बैठक के दौरान S. G. P. C.  बड़ा फैसला लेने की तैयारी में नजर आ रही है। बैठक में जत्थेदार ज्ञानी, रघबुरी सिंह, ज्ञान सुल्तान सिंह और पूर्व प्रधान बीबी जागरी कौर समेत कई अनेय लोग भी शामिल हैं।

दरअसल आपको बता दें कि S. G. P. C. जनरल सचिव गुरूचरण सिंह ग्रेवाल ने बैठक के शुरूआत में बोलते हुए कहा कि नेहरू व मास्टर तारा सिंह समझौते की उल्लंघना है। कानूनी दाव-पेच के साथ S. G. P. C. को हथियाने की साजिश की जा रही है। S. G. P. C. में दखल दिया जा रहा है। S. G. P. C. का सफर उतार-चढ़ाव में रहा है। बैठक में शामिल शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान हरजिंदर धामी ने कहा कि S. G. P. C. का इतिहास 103 वर्ष पुराना है। S. G. P. C. जमहूरी कमेटी है। धामी ने कहा कि 1925 के एक्ट में सरकार को संशोधन करने का कोई अधिकार नहीं है। सरकार धार्मिक ताकत हथियाना चाहती है। सीएम मान पुरातन पिरतां भूल गए हैं। सरकारी दखलअंदाजी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी। प्रधान धामी ने कहा कि S. G. P. C. विधानसभा में पास हुए संशोधन बिल को रद्द करती है। सरकार संशोधन बिल तुरंत वापस ले। हरजिंदर धामी ने कहा कि मास्टर तारा सिंह ने सरकारी कमेटी का विरोध किया था। दो तिहाई प्रस्ताव के साथ संशोधन किए जाने की व्यवस्था थी।

दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल पर साधा निशाना

हरजिंदर धामी ने सीएम भगवंत मान पर निशाना साधते हुए कहा कि वह 68 वर्ष के हैं और 41 वर्ष उन्होंने वकालत की है।  मुख्यमंत्री को तो दिल्ली से बाबू अरविंद केजरीवाल चलाते हैं। बाबू केजरीवाल जो बोलता है वह वही बोलते हैं। बाबू केजरीवाल ही बताते हैं कि उसने क्या-क्या बोलना है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार को अधिकारों से बाहर जाकर गैर-संवैधानिक फैसला लेने का कोई अधिकार नहीं है। दिल्ली के बाबू आम आदमी पार्टी के प्रमुख सिख विरोध सोच लागू करके शिरोमणि कमेटी को हथियाने की कोशिश में है।

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