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बायोगैस प्रोजेक्ट को लेकर केंद्र सरकार तेजी से काम कर रही है | केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने इसी हफ्ते में गोबरधन योजना प्लांट स्थापित करने के लिए रजिस्ट्रेशन पोर्टल लांच किया .केंद्रीय मंत्री के अनुसार इससे कचरा प्रबंधन की प्रक्रिया बेहतर होगी क्योंकि यह पोर्टल बायोगैस या कंप्रेस्ड बायोगैस (सीबीसी ) क्षेत्र में निवेश और भागीदारी का आंकलन करने के लिए वन स्टॉप रिपॉजिटरी के रुप में काम करेगा । शेखावत जी ने कहा कि सरकारी ,कॉपरेटिव ,या प्राइवेट उद्यमी भारत में बायोगैस ,सीबीसी या बायो सीएनजी प्लांट स्थापित करने के लिए रजिस्ट्रेशन कर रजिस्ट्रेशन नंबर ले सकती है।
इन कचरों से की जायेगी ऊर्जा उत्पन्न
गैल्वनाइजिंग ऑर्गनिक बायो-एग्रो रिसोर्सेज धन (गोबरधन )भारत सरकार की एक पहल जिसका उद्देश्य वैकल्पिक अर्थव्यवस्था को बढावा देने की दिशा में बदलना है . बताया गया है कि केंद्र करकार मजबूत आर्थिक विकास को बढावा देने और सर्कुलर अर्थव्यवस्था को बढावा देने के लिए बायोगैस ,सीबीजी और सीएनजी प्लांट लगा रही है . इस योजना का उद्देश्य गोबर ,फसलों के अवशेष और दूसरे जैविक कचरे को बायोगैस ,सीबीजी और जैव उर्वरकों में परिवर्तित करके ऊर्जा उत्पन्न करना है यह योजना राज्य सरकार, उद्यमियों ,सोसायटियों आदि सहित निजी क्षेत्र की साझेदारी से संचालित किया जा रहा हेै
विभिन्न विभागों के तहत दी गई योजनाएं
इस योजना में रजिस्ट्रेशन कराने वालों को केंद्र सरकार की ओर से सभी सुविधायें दी जायेंगी ।विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के तहत योजनाओं को इसमें शामिल किया गया है ,जिसमें पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस को मंत्रालय की SATAT योजना ,डीडीडब्ल्यूएस का एसबीएम , कृषि सहयोग और किसान कल्याण विभाग का एग्री इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (एआईएफ)और पशुपालन और डेयरी विभाग का पशुपालन इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेेंट फंड (एएचआई़़डीएफ) शामिल है।