‘बुमराह फिट होते तो सिडनी में कपिल देव जैसा कमाल होता’, वर्ल्ड चैंपियन खिलाड़ी का बड़ा दावा

KNEWS DESK-  बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 के सिडनी टेस्ट को क्रिकेट फैंस आज भी भूले नहीं हैं, और इस मैच से जुड़ा एक अहम वाकया जसप्रीत बुमराह की फिटनेस से संबंधित है। सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर भारत को 6 विकेट से हार का सामना करना पड़ा, और इस हार को लेकर सवाल उठने लगे हैं कि क्या बुमराह की अनुपस्थिति ने भारत की हार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

बुमराह की फिटनेस और भारत की हार

इस मैच में जसप्रीत बुमराह पीठ दर्द के कारण मैदान से बाहर रहे। एक समय तो उन्हें मैच के दौरान कार में बैठकर स्टेडियम से बाहर जाते हुए भी देखा गया, जिससे उनकी स्थिति की गंभीरता का पता चला। भारत ने 162 रनों का लक्ष्य निर्धारित किया था, लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने महज 27 ओवरों में यह लक्ष्य हासिल कर लिया और भारत को छह विकेट से पराजित कर दिया।

बुमराह की अनुपस्थिति को लेकर कई पूर्व क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि अगर वह फिट होते, तो भारत को यह मैच जीतने का अच्छा मौका मिल सकता था। बुमराह, जो एक जबरदस्त गेंदबाज हैं, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अहम विकेट लेने की क्षमता रखते हैं। उनकी अनुपस्थिति में भारत के गेंदबाजी आक्रमण को झटका लगा, और यही कारण माना जा रहा है कि भारत यह मैच नहीं जीत पाया।

बलविंदर संधू का बयान

पूर्व भारतीय क्रिकेटर और 1983 वर्ल्ड कप विजेता बलविंदर संधू ने इस पर अपनी राय दी है। उन्होंने कहा कि अगर बुमराह फिट होते, तो भारत को मैच जीतने में मदद मिल सकती थी। संधू ने कहा, “बुमराह एक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। अगर वह होते तो ऑस्ट्रेलिया के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती थीं। इस छोटे लक्ष्य के बावजूद बुमराह भारत को जीत दिला सकते थे।”

संधू ने यह भी याद किया कि कैसे महान कपिल देव ने 1981 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चोटिल होने के बावजूद भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाई थी। उन्होंने कहा, “कपिल ने उस समय भी अपने साहस से भारत को जीत दिलाई थी। बुमराह भी वैसे ही गेंदबाज हैं। अगर वह फिट होते, तो मैच का परिणाम हमारे पक्ष में हो सकता था।”

रोहित और विराट की आलोचना

संधू ने केवल बुमराह की अनुपस्थिति को ही हार का कारण नहीं माना, बल्कि भारत के स्टार बल्लेबाजों रोहित शर्मा और विराट कोहली की भी आलोचना की। संधू ने कहा, “रोहित और विराट से अधिक उम्मीदें थीं, लेकिन उनका प्रदर्शन निराशाजनक था। अगर वे थोड़ा बेहतर खेलते तो भारत मैच जीत सकता था।” संधू का मानना है कि दोनों बल्लेबाजों का निराशाजनक प्रदर्शन भारत की हार में एक अहम कारण था।

वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की उम्मीदों को झटका

भारत की इस हार के बाद वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025 के फाइनल में  पहुंचने की उम्मीदें टूट गईं। वहीं, ऑस्ट्रेलिया ने इस जीत के साथ अपनी जगह पक्की करते हुए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को 2015 के बाद पहली बार अपने नाम किया। भारत के लिए यह हार एक बड़ा झटका थी, क्योंकि यह मैच उनके लिए काफी महत्वपूर्ण था, लेकिन बुमराह की फिटनेस की समस्या और कुछ बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन ने टीम की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।

ये भी पढ़ें-  भारत में ह्यूमन मेटापेन्यूमोवायरस के मामलों में वृद्धि, मुंबई में बच्ची में मिला संक्रमण

About Post Author

Leave a Reply

Your email address will not be published.