वो खिलाड़ी जो कप्तानी से नहीं,रुतबे से जाना जाता था

आज ही के दिन 1911 में भारत की तरफ से पहला टेस्ट शतक जड़ने वाले खिलाड़ी लाला अमरनाथ का जन्म हुआ था. भारतीय क्रिकेट के इतिहास में लाला अमरनाथ को उनके करिश्माई खेल के लिए जाना जाता है. साल 1933 में बॉम्बे जिमखाना में अमरनाथ ने इंग्लैंड  के खिलाफ डेब्यू टेस्ट मैच खेला था. इस मैच में उन्होंने 118 रन की पारी खेली थी, जो किसी भी भारतीय द्वारा पहली टेस्ट सेंचुरी थी. अमरनाथ आजाद भारत के पहले टेस्ट कप्तान भी थे. उन्होंने अपनी कप्तानी में भारत को पाकिस्तानके खिलाफ 1952-53 में खेली गई पहली आधिकारिक टेस्ट सीरीज में जीत दिलाई थी. भारत ने यह सीरीज 2-1 से जीती थी.


लाला अमरनाथ ने अपने करियर में कुल 24 टेस्ट मैच खेले, जिसमें उन्होंने कुल 878 रन बनाए. उनके नाम कुल 1 शतक और 4 अर्धशतक है. इसके अलावा 186 फर्स्ट क्लास मैचों में उन्होंने 41 की औसत से 10426 रन बनाए हैं. उन्होंने 31 शतक और 39 अर्धशतक जड़ा है.


डॉन ब्रैडमैन को किया था आउट
लाला अमरनाथ बेहद ही सटीक लाइन लेंथ से गेंदबाजी करते थे, वो दुनिया के इकलौते गेंदबाज हैं जिन्होंने सर डॉन ब्रैडमैन को हिटविकेट करने का कारनामा किया है. 1947 में अमरनाथ ने ब्रिसबेन टेस्ट के दौरान ब्रैडमैन को हिटविकेट किया था. अमरनाथ के नाम टेस्ट क्रिकेट में 45 विकेट और फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 463 विकेट दर्ज है.


विवाद के चलते 12 साल रहे इंटरनेशनल क्रिकेट से दूर
एक विवाद के कारण लाला अमरनाथ 12 सालों तक इंटरनेशनल क्रिकेट नहीं खेल पाए थे. दरअसल 1936 में इंग्लैंड दौरे के दौरान कप्तान विजियानगरम के महाराज कुमार ने ‘अनुशासनहीनता’ के कारण लाला अमरनाथ को विवादास्पद तरीके से स्वदेश वापस भेज दिया था. अमरनाथ ने आरोप लगाया था कि उन्हें राजनीतिक कारणों की वजह से बाहर किया गया. इसके बाद लाला अमरनाथ को अगला टेस्ट खेलने के लिए 12 सालों का इंतजार करना पड़ा. इस दौरान वो रनों का अंबार लगाते रहे और फिर साल 1946 में उन्हें इंग्लैंड दौरे के लिए टीम इंडिया में जगह मिली.


लाला अमरनाथ का निधन 88 साल की उम्र में 5 अगस्त 2000 को हुआ. उनके बेटे सुरिंदर, मोहिंदर और रजिंदर ने भी पिता की तरह ही क्रिकेट को अपना करियर बनाया. सुरिंदर ने भारत की तरफ से 9 जबकि मोहिंदर ने 69 टेस्ट मैच खेले हैं

 

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