मैच पर मंडरा रहा था आंतकी हमले का खतरा
रावलपिडीं: करीब 18 साल बाद होने जा रही पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच क्रिकेट सीरीज को टॉस से अचानक पहले रद्द करने का फैसला लिया गया है। ये फैसला पाकिस्तान में न्यूजीलैंड टीम पर मंडरा रहे आतंकी हमले के मद्देनजर लिया गया है। सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच पाकिस्तान के रावलपिंडी शहर में होने जा रहे पहले एकदिवसीय मुकाबले से मात्र आधा घंटे पहले न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ट के पधाधिकारियों ने टीम को मैदान में नहीं उतारने का फैसला किया। बताते चलें कि पाकिस्तानी आतंकी संगठन तहरीक ए तालिबान पहले ही क्रिकेट मैच को लेकर धमकी दे चुका है, टीम पर इसी खतरे को देखते हुये न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने मैच रद्द करने का निर्णय लिया है।
श्रीलंकन टीम पर पहले ही हो चुका है आतंकी हमला
आतंक के सांपों को पालकर बड़े हुये पाकिस्तान पर आतंकी हमले के खौफ का ये पहला मामला नहीं है। पाकिस्तान में इससे पहले भी क्रिकेट टीम पर आतंकी हमला हो चुका है। ये हमला तब हुआ था, जब साल 2009 में श्रीलंकन क्रिकेट टीम पाकिस्तान दौरे पर आई थी। उस वक्त श्रीलंकन क्रिकेट टीम की बस को निशाना बनाते हुये आतंकियों ने ऐके सैतालिस से गोलियों की बौछार कर दी थी। उस आतंकी हमले में श्रीलंकन क्रिकेट टीम के कई खिलाड़ी घायल हो गये थे। इस हमले के बाद पाकिस्तान की पूरी दुनियाँ में भद पिट गई थी, और एक बार फिर आतंकी हमले की धमकी के बीच क्रिकेट मैच का अचानक रद्द किया जाना पाकिस्तान को अन्तराष्ट्रीय स्तर पर शर्मिंदा करने वाला है।
आतंक का नया सौदागर बना तहरीक ए तालिबान
एक तरफ पड़ोसी अफगानिस्तान की आतंकी जमात तालिबान ने पाकिस्तान के सहयोग से वहाँ की चुनी हुई सरकार का तख्ता पलट कर दिया तो वहीं दूसरी तरफ तालिबान का अनुसांगिक तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान को बार-बार आतंक की चोट दे रहा है। पाकिस्तानी आतंकी संगठन तहरीक ए तालिबान कहीं पाकिस्तान की बाजवा आर्मी को निशाना बना आतंकी हमले कर रहा है, तो कहीं क्रिकेट मैच को अपनी धमकी के दम पर जबरन रदद करवा कर पाकिस्तान को अन्तराष्ट्रीय समुदाय के आगे असुरक्षित देश घोषित कराने पर तुला हुआ है। बहरहॉल उम्मीद है कि अब पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान को भी अपने आतंक के अजगरों को पालने का मतलब बखूबी समझ आ रहा होगा।