कर्नाटक में भारी हार के बावजूद यूपी में योगी आदित्यनाथ का बढ़ा कद……

KNEWS DESK : उत्तर प्रदेश की निकाय चुनाव की जीत ने पार्टी के अंदर योगी आदित्यनाथ की ऊंचाई और भी बढ़ा दी है| और वहीं दूसरी तरफ सुनील बंसल के पद परआए नए संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह को अपनी नई पहचान दे दी है|यूपी नगर निकाय चुनाव के परिणाम और दो विधानसभा उपचुनाव में एनडीए की जीत में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने निभाई| जिन्होंने उत्तर प्रदेश में अपनी  मेहनत और करिश्मे के चलते नगर निकाय चुनाव में एक नई रचना लिख दी है|अब तो ऐसा इतिहास ही रच गया है, जब  भारतीय जनता पार्टी ने सभी 17 मेयर की सीटें 199 में 88 नगर पालिका अध्यक्ष और  544 नगर पंचायतअध्यक्ष में 191 सीटें पर जीत हांसिल कर ली है|

 

जब कर्नाटक में विधान सभा चुनाव के परिणाम जारी होने के बाद भारतीय जनता पार्टी को कांग्रेस के आगे हार का सामना करना पड़ा| तभी उत्तर प्रदेश से बीजेपी ने नगर निकाय चुनाव के परिणाम में जो सफलता पाई है|उसने भारतीय जनता पार्टी के निराशावादी भाव को कम कर दिया है| वैसे तो इन दोनों चुनावों का कहीं से भी कोई जोड़ नहीं है| लेकिन  यूपी के नगर निकाय चुनाव के परिणाम ने बीजेपी को घनघोर वर्षा करके गर्मी से तड़पती धरती की प्यास बुझाने का एहसास  करा दिया|

13 मई को जब मतगणना चल रही थी|तब बीजेपी के लिए एक तरफ जीत और दूसरी तरफ हार की वजह से बीजेपी के दफ्तर को मायूस कर दिया था|दफ्तर में 40-50 कार्यकर्ता और नेता मौजूद थे| जिनको यह समझ ही नहीं आ रहा था, कि नगर निकाय चुनाव के जीत का जश्न मनाया जाए या फिर कर्नाटक विधानसभा चुनाव के हार का शोक मनाये|

सभी कार्यकर्ताओं में निराशा ना हो इसलिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ के पार्टी दफ्तर में शामिल हुए|और फिर सभी लोगों ने एक साथ मिलकर जीत की खुशी का जश्न मनाया|सभी ने एक दूसरे को मिठाईयां खिलाई|मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उस समय कर्नाटक के नतीजों के विषय पर कुछ बोलना मुनासिब नही समझा|

जनता ने क्यों थामा योगी का हाथ 

अतीक अहमद की हत्या और मुख्तार अंसारी की संपत्ति जब्त करने के वजह से नगर निकाय चुनाव से पहले ही भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में एक बड़ी लहर बन गई है| वास्तव में तो योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश में हमेशा से ही समस्त माफियाओं के राज को हटाने का ही काम  किया है|

पहले मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद के जैसे माफिया से जनता परेशान रहती थी| वहीं योगी प्रशासन ने  सिर्फ 2 महीने के अंतर्गत अतीक का साम्राज्य नष्ट  कर दिया|और इसके साथ ही कई सालों से चल रहे मामलों में मुख्तार अंसारी को 10 साल की सजा भी सुनाई गई है|और मुख्तार अंसारी की संपत्तियों को जब्त करवाने का काम भी किया गया है|उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव से पहले योगी सरकार का ये काम जनता के लिए काफी सर्वप्रियता बन गया  है|

वैसे तो योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री के द्वारा उत्तर प्रदेश में पिछले 6 साल से जमकर विकास हुआ है|इन 6 सालों के अंतर्गत राज्य में कई बड़े प्रोजेक्ट्स की शुरुआत हुई है|उत्तर प्रदेश में दिल्ली से मेरठ तक रैपिड मेट्रो ट्रेन, कानपुर में मेट्रो ट्रेन, गोरखपुर के साथ कई महानगरों में मेट्रो ट्रेन जैसे प्रोजेक्ट योगी सरकार द्वारा कराये जाने पर योगी ने जनता को यह विश्वास  दिलाया है कि वह सिर्फ विकास की बातें नहीं करते हैं, बल्कि विकास करके दिखाते भी हैं|

 

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