प्राण प्रतिष्ठा से पहले रामलला की मूर्ति की आंखों पर क्यों बांधी जाती है पट्टी? जानें इसका धार्मिक महत्व

KNEWS DESK- 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण- प्रतिष्ठा होनी है। बीते 16 जनवरी से प्राण- प्रतिष्ठा का कार्यक्रम शुरू हो चुका है। 17 जनवरी यानी आज रामलला की मूर्ति की यात्रा निकाली गई है लेकिन क्या आप जानते हैं कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले यात्रा के दौरान मूर्ति की आंखों पर पट्टी क्यों बांधी गई तो चलिए आपको बताते हैं-

रामलला की मूर्ति की आंखों पर क्यों बांधी जाती है पट्टी?

दरअसल, मान्यता है कि जब भी कोई भक्त भगवान के दर्शन करता है तो उनकी आंखों में देखता है और ऐसे में भक्त और भगवान के बीच भाव का आदान- प्रदान होता है। कहते हैं यदि भगवान की आंखों में देखा जाए तो वे भी अपने भक्त के भाव में वशीभूत हो जाते हैं। भगवान की मूर्ति की आंखों में देखने से एक ऊर्जा, सकारात्मकता, आत्मानंद की अनुभूति होती है इसलिए नगर यात्रा के दौरान मूर्ति की आंखें ढक दी जाती है। ऐसे में अयोध्या में रामलला की यात्रा के दौरान श्रीराम की आंखों पर पट्टी बांधी गई जिसे 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के बाद ही खोला जाएगा।

क्यों खास है रामलला की मूर्ति?

अयोध्या में रामलला की जिस मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी वो बहुत ही विशेष है। बताया जा रहा है कि इस मूर्ति को नेपाल की नारायणी नदी से शालिग्राम शिला को लाकर तराशकर बनाया गया। चूंकि शालिग्राम श्रीहरि विष्णु का विग्रह रूप हैं और श्री राम भी विष्णु जी के सातवें अवतार के रूप में जाना जाता है। इस हिसाब से देखा जाए तो श्री हरि के विग्रह रूप को तराशकर ही भगवान राम के बालस्वरूप को उकेरा गया है।

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