उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, उत्तराखंड कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत 15 अप्रैल से मां गंगा के शीतकालीन प्रवास मुखबा गांव से गंगा सम्मान यात्रा कर रहे है. हरीश रावत ने विधि विधान से पूजा पाठ के बाद गंगा सम्मान यात्रा शुरू करी। हरीश रावत ने बताया की गंगा हमारे लिए धार्मिक, जल संग्रहण, आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण है. प्रदेश में इसके किनारों पर बाहरी ताकतें आकर अतिक्रमण कर रही हैं. यही कारण है कि गंगा की धारा प्रभावित हो रही है जो भविष्य के लिए बहुत बड़ा खतरा हो सकती है. लेकिन प्रदेश सरकार इस पर चुप्पी साधे हुए है. वहीं दूसरी ओर गंगा किनारे जो निर्माण हो रहे हैं इनमें मानकों का पालन भी नहीं किया जा रहा है. पेड़ों का अवैध कटान हो रहा है. वहीं आज अपनी जमीन पर स्थानीय लोग चौकीदार बन कर रह गए हैं. इसलिए इसके लिए ठोस कानून बनना आवश्यक है. हरीश रावत ने भाजपा की सरकार को पूरी तरह फेल बताया। आपको बता दे 2017 और 2022 में हुए विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था. जिसका बड़ा कारण मुस्लिम यूनिवर्सिटी और जुम्मे के अवकाश को लेकर दिए गए बयान पर राजनितिक चर्चा में रहा है. अब रावत मानते है कि ये सब भाजपा की ध्रुवीकरण की राजनीति का हिस्सा था. जिसका ठीकरा उनके सर फोड़ा गया इसी वजह से हरीश रावत उत्तरकाशी से मां गंगा के शीतकालीन प्रवास मुखबा गांव से गंगा सम्मान यात्रा की शुरुआत कर चुके है. और भाजपा से जवाब मांग रहे है. कि भाजपा ने मुस्लिम यूनिवर्सिटी और जुम्मे के अवकाश का झूठ फैलाया. क्योंकि आज तक वह इस चीज को साबित नहीं कर पाए हैं. इसी वजह से मै गंगा सम्मान यात्रा के जरिए,भाजपा से सवाल पूछता हूँ।
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पिछले दिनों मां गंगा के शीतकालीन गद्दी स्थल मुखवा से अपनी गंगा सम्मान यात्रा का शुभारंभ कर चुके है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राज्य की राजनीति रुपी गंगा विचार व सोच के आधार पर नहीं हो रही है. अंत में झूठ परोसे जा रहे हैं। भाजपा ने वर्ष 2017 व 22 के विस चुनाव में झूठ बोलकर सरकार बनाई। हरीश रावत ने कहा भाजपा में इतनी हिम्मत नहीं है कि वह मुझ पर मुकदमा कर सके। पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि गंगा समेत उसकी सहायक नदी की धारा को नष्ट करने का काम किया जा रहा है। अंधाधुंध हो रहे कटान से नदी के दोनों किनारों पर खनन की लूट मची हुई है। इसी समस्या को उठाने के लिए यह यात्रा की शुरुआत की गयी है। उन्होंने भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा भाजपा ने वर्ष 2017 के विस चुनाव में भी एक झूठ बोला और वर्ष 2022 के चुनाव में भी एक और झूठ बोला वह डंके की चोट पर कह सकते हैं कि त्रिवेंद्र व धामी दोनों सरकारें महा झूठ के गर्भ से निकली है जिसमें उन्होंने मुझ पर आरोप लगाया कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार आई तो यहां मुस्लिम यूनिवर्सिटी खोलेंगे.
साथ ही जुम्मे के दिन छुट्टी घोषित करेंगे. जबकि उन्होंने किसी भी समाचार पत्र व इलेक्ट्रॉनिक व इंटरनेट मीडिया में इस तरह का कोई बयान नहीं दिया। भाजपा में इतनी हिम्मत नहीं कि वह इस बात को साबित कर दें. क्योंकि उन्हें पता है कि मुकदमे में जाना पड़ेगा तो झूठ का पुलिन्दा खुल जाएगा।
आपको बता दे कांग्रेस के दिग्गज नेता पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत 14 अप्रैल को उत्तरकाशी पहुँचे और इसके बाद 15 अप्रैल को मुखबा गांव में मां गंगा की विशेष पूजा-अर्चना करने के साथ ही हरीश रावत ने गंगा सम्मान यात्रा की शुरुआत की. हरीश रावत ने इस दौरान हर्षिल, भटवाड़ी , मनेरी, जनपद मुख्यालय में गंगा किनारे पैदल यात्रा की. साथ ही स्थानीय लोगों से वार्ता कर जन मुद्दों पर भी चर्चा की। वहीं 16 अप्रैल को डुण्डा चिन्यालीसौड़ सहित टिहरी जनपद के कंडीसौड़, डोबरा चांठी में ग्रामीणों से मुलाकात कर भेमुंता गांव तक गंगा सम्मान यात्रा की। अगले दिन 17 अप्रैल को मलेथा और 18 अप्रैल को श्रीनगर सहित अलकनंदा नदी के तटों और भागीरथी अलकनंदा संगम पर देवप्रयाग में यात्रा को समाप्त कर जनसंवाद भी करेंगे।
हरीश रावत का आरोप है। कि प्रदेश सरकार ने पिछले दो चुनाव फरेब और झूठ के बल पर जीता है. चुनाव में कोई सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय एजेंडा नहीं रहा. बल्कि केंद्र से लेकर प्रदेश तक ध्रुवीकरण की राजनीति की जा रही है. इसलिए राजनीति की गंगा को भी भारतीय जनता पार्टी ने दूषित कर दिया है.आपको बता दे हरीश रावत कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में से एक है जिसका राजनीतिक इतिहास भी पुराना है.साथ ही रावत का ये कोई पहला आरोप नहीं। इससे पहले भी रावत भाजपा को घेरने पर चर्चाओं में रहे है। वही भाजपा अब रावत की इस यात्रा को झूठ का पुलिन्दा साबित करने में जुट चुकी है। भाजपा को भी डर इस बात का है कई रावत राजनीति में कोई नया बखेड़ा खड़ा ना कर दे,यही वजह है हरीश रावत को भाजपा को घेरने के लिए माँ गंगा का सहरा लेना पड़ रहा है।