चिन्यालीसौड़ में भी हुआ भू धंसाव

चिन्यालीसौड़। जोशीमठ में हो रहे भू धंसाव ने जहां प्रदेश सरकार की चिंता बढ़ाई हुई है तो वहीं राज्य के अन्य हिस्सों में हो रहे भू धंसाव ने भी लोगों की चिंता बढ़ाई हुई है।इसी क्रम में जोशीमठ भू धंसाव के बाद अब चिन्यालीसौड़ में लगातार हो रहे भू धंसाव ने भी भी वहां की जनता कि चिंता को बढ़ा दिया है जिससे लोगों में दहशत का माहौल भी है।
माना जा रहा है कि टिहरी बांध झील के कारण यहां के नेशनल हाईवे,स्कूल,आवासीय भवनों व सरकारी कार्यालयों में बड़ी-बड़ी दरार उभर कर आई है। वहीं शहर में कई कई जगह जमीन आधे आधे फिट तक धंस गई है।
बताया जा रहा है कि चिन्यालीसौड़ में टिहरी झील के कारण भू धंसाव की घटनाएं पहले भी हुई है। लेकिन इस बार भू धंसाव का दायरा बढ़ रहा है और दरारें भी लगातार चौड़ी होती जा रही हैं।
हाईवे पट्टी से ठीक नीचे गंगोत्री हाईवे पर स्थित पीपल मंडी,चिन्यालीसौड़,नगडीसौड बडेथी तक के लगभग पांच किमी के दायरे में जमीन लगातार ही धंस रही है। जिसके करण ही हवाई पट्टी,ऊर्जा निगम,वन निगम, अस्पताल,प्राइवेट के साथ ही सरकार स्कूलों के भवनों में से लेकर शहर के एक बड़े हिस्से में लगातार भू धसाव हो रहा है। जिससे की आवासीय इमारतों से लेकर तमाम कार्यालय खतरे की चपेट में है।
वही टीएचडीसी के उप प्रबंधक अतुल बहुगुणा ने बताया कि चिन्यालीसौड़ बाजार में भू धसाव को रोकने के लिए गेलविन वाॅल लगाई थी और सड़क के ऊपर जो दरारे दिख रही है वो नेचुरल दरारे है।
बहुगुणा का कहना है कि बारिस व झील के पानी से गैलविन वाॅल अपनी जगह लेती है जिसके बाद यहां दरार नहीं आएगी। उन्होने बताया कि हाईवे की दरारो के बाद टीएचडीसी के डिजाइन डिपार्टमेंट की टीम ने यहां का सर्वेक्षण कर लिया है और डिजाइन मिलते ही हाईवे की मरम्मत का काम शुरू कर दिया जाएगा।

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