मंत्रियों के प्रवास पर कांग्रेस के सवाल !

मंत्रियों के प्रवास पर कांग्रेस के सवाल !

उत्तराखंड की धामी सरकार में मुख्यमंत्री धामी सहित 8 मंत्री मौजूद है। तो वहीं सरकार बनते ही सीएम धामी ने जिलों के लिए प्रभारी मंत्रियों की घोषणा कर दी थी लेकिन उसके बावजूद भी अभी तक जिलों में प्रभारियों प्रभारी मंत्री के परिवार से नहीं हो पाए हैं तो वही संगठन स्तर पर भी कई बार उच्च पदाधिकारियों द्वारा इस बात को कहा गया है। हाल ही में उत्तराखंड दौरे पर आए बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने भी इस बात का जिक्र किया था और उन्होंने कहा था कि वह जिलों के प्रभारी मंत्रियों से इस बात के अपेक्षा करते हैं कि वह जिलों में जाकर रात्रि प्रवास करें और वहां पर लोगों की समस्या सुने और जिले के विकास को लेकर खाका तैयार करें। जिसको लेकर अब विपक्षी दल संगठन और सरकार से जवाब मांग रहा है की लाख बोलने के बाद भी जिलों में कब होंगे मंत्रियों के प्रवास, विधायकों से क्यू मांगे जा रहे फिर प्रस्ताव चर्चा आज इसी पर  मंत्रियों के प्रवास पर कांग्रेस के सवाल

मंत्रियों को  जिलों का प्रभार

1) सतपाल महाराज – हरिद्वार
2) गणेश जोशी – उधमसिंग नगर
3) सुबोध उनियाल – देहरादून
4) प्रेमचंद अग्रवाल – उत्तरकाशी और टिहरी
5) धन सिंह रावत – अल्मोड़ा और चमोली
6) रेखा आर्य – नैनीताल और चंपावत
7) चंदन राम दास – पिथौरागढ़ और पौड़ी
8) सौरभ बहुगुणा – रुद्रप्रयाग और बागेश्वर

वहीं इस मामले पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का कहना है कि पूर्व में कुछ मंत्रियों द्वारा जिलों का प्रवास किया गया है हालांकि रात्रि प्रवास न कर के कुछ मंत्रियों द्वारा एक दिवसीय दौरे भी जिलों में किए गए हैं और अब एक बार फिर से संगठन ने मंत्रियों और विधायकों को लेकर के पूरे राज्य भर में प्रवास को लेकर के रणनीति तैयार की है साथ ही बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि जल्द ही उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी अपने संगठनात्मक जिलों का विस्तार करके नई टीम भी गठित कर देगी जिसके बाद जिलों में मंडल स्तर और मंडलों पर भी किस जगह पर कौन सा मंत्री और विधायक रात्रि प्रवास करेगा इसकी भी रणनीति तैयार की जाएगी

वहीं इस पूरे मामले पर कांग्रेस ने सरकार पर तंज कसा है और कहा है कि सरकार केवल प्रदेश में विकास की खोखली बातें करती है लेकिन धरातल पर कुछ भी देखने को नहीं मिलता है। कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दासोनी ने सरकार की मंशा पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि जहां एक तरफ सरकार प्रदेश भर के सभी विधायकों से उनकी विधानसभाओं में 1010 योजनाओं का प्रस्ताव मांग रहे हैं लेकिन अभी तक सरकार अपने मंत्रियों को उनके प्रभारी जिले में नहीं भेज पाई है तो वही कांग्रेस प्रवक्ता का मंत्रियों पर यह भी आरोप है कि वह सरकार और संगठन द्वारा बार-बार कहे जाने के बावजूद भी नहीं सुन रहे हैं जिससे साफ पता चलता है कि उत्तराखंड में मौजूद वर्तमान सरकार अपने मंत्रियों को काबू में करने में सफल और सरकार के सभी मंत्री बेलगाम मंत्री बन चुके हैं।
प्रदेश में जनता के बीच से चुने मंत्रियो को अपनी सरकार और सगठन की भले ही कोई फ़िक्र ना हो लेकिन प्रदेश की भोली भली जनता की सुध तो आखिर लेनी ही चाहिए लेकिन सरकार और संगठन के बार बार कहने पर भी मंत्रियो के कान में जू तक नहीं रेंग रहीअब यही कारण है की राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय को इस मामले पर मंत्रियो को जगाना पड़ा और अब तक लाख बोलने के बाद भी जिलों में कब होंगे मंत्रियों के प्रवास, कांग्रेस बोली विधायकों से क्यू मांगे जा रहे फिर प्रस्ताव ये बहराल देखना होगा देहरादून से राजेश वर्मा की रिपोर्ट।

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