जोशीमठ में भू-धसाव के बाद उत्तराखंड सरकार और केंद्र सरकार अलर्ट मोड पर है ताकि लोगों को किसी सुरक्षित जगह पर आसानी से शिफ्ट किया जा सके और हर समय की स्थिति पर नजर रखी जा सके। बुधवार को उत्तराखंड के सीएम धामी केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिले और उनको जोशीमठ के बारे में सारी जानकारी दी और बताया की यहां की हालत काफी खराब है लोगों के घरों और इमारतों में काफी दरार आ गई है जिस कारण वह सब काफी मुश्किल में जीवन जी रहे है। अमित शाह ने सीएम को हर संभव मदद का उनको आश्वासन दिया है। जोशीमठ में अब तक 723 घरों में दरारे आई है और 131 परिवारों के लोगों को सुरक्षित जगह भेज दिया गया है। जोशीमठ में लोगों के घर नहीं बल्कि उनकी आस टूट गई है जिस कारण उनकी भावनाओं को काफी दुख पहुंचा है। मुख्यमंत्री की सचिव मीनाक्षी सुंदरम ने कहा की सरकार प्रभावित परिवारों को देखभाल करेगी और हर एक परिवार को आपदा राहत के लिए 1.50 लाख की तत्काल राशि देगी उनकी सहायता करेगी जिसमें 50 हजार नए घर में शिफ्ट करने के लिए होंगे और 1 लाख आपदा राहत के लिए होंगे। जोशीमठ में भू-धसाव के कारण वह के होटल्स को भी तोड़ने के लिए कहा गया है और बर्फबारी के कारण लोगों की परेशानी और भी ज्यादा हो गई है। मराली इन ओर माउंट व्यू होटेल्स को तोड़ने का काम भी रोक दिया गया है और बद्रीनाथ हाईवे को खोल दिया गया है क्युकी बर्फबारी के कारण काफी सड़के बंद हो गई है और इसके साथ जोशीमठ बिजली की मार से इस समय जूज रहा है।
तीन दिन तक नहीं बड़ी दरारे
पिछले तीन दिनों में जोशीमठ की इमारतों में दरारे नहीं बड़ी है आपदा प्रबंधन डॉ रंजीत कुमार ने बताया की सरकार ने यहा जगह जगह मीटर लगाए हुए है जिससे पता चलता है की पिछले दिनों में दरारों में कोई वृद्धि नहीं हुई है।