16 फरवरी को होनी वाली हड़ताल को सफल बनाने के लिए उत्तराखंड संयुक्त ट्रेड यूनियन संघर्ष समिति ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस ।

उत्तराखंड, देहरादून- उत्तराखंड संयुक्त ट्रेड यूनियन्स संघर्ष समिति की प्रेस कांफ्रेंस आज दिनांक 14 फरवरी को उत्तरांचल प्रेस क्लब में सम्पन्न हुई प्रेसवार्ता में 16 फरवरी की हड़ताल को सफल बनाने के संदर्भ में हुई ।
प्रेसवार्ता में 16 फरवरी की प्रस्तावित देश व्यापी हड़ताल को सफल बनाने की रणनीति बनाई इसमें विभिन्न यूनियनों के प्रतिनिधियों ने विचार रक्खे
उक्त आशय की जानकारी सीटू के पर प्रांतीय सचिव लेखराज ने दी उन्होंने बताया कि प्रेसवार्ता में सीटू ,इंटक , एटक व परिवहन, आंगनवाड़ी , आशा , भोजनमाता , स्कूल कर्मचारी , संविदा श्रमिक संघ , दून ऑटो रिक्शा चालक , रोडवेज कर्मचारी यूनियने, ई रिक्शा वर्कर्स यूनियन , ड्राइवर कन्डक्टर यूनियन विकासनगर , डाकपत्थर ,आई.एम.ए., एफ.आर.आई. की संविदा कर्मचारियों की यूनियनों सहित अन्य यूनियनों के प्रतिनिधियों ने हिसेदारी की ।
इस अवसर पर इंटक के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व केबिनेट मंत्री हीरा सिंह बिष्ट ने कहा कि देश मे मोदी सरकार द्वारा श्रम कानूनों को तिलांजलि दे दी है जिससे मजदूर वर्ग पर संकट आ गया है उनका जीवन स्तर निम्न से निम्न होता जा रहा है श्रम कानूनों के स्थान पर चार श्रम संहितायें बनाई गई है जिसे लागू करने में ट्रेड यूनियनों का विरोध ही आड़े आ रहा है जिसके खिलाफ यह हड़ताल होगी जिसमें सरकार द्वारा जनविरोधी नए मोटरयान अधिनियम बनाने के खिलाफ सारे ट्रांसपोर्ट हड़ताल करेंगे और इस सरकार को झुकने पर मजबूर करेंगे ।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि ट्रेड यूनियन एक्ट सहित चारों श्रम संहिता वापस की जानी चाहिए और श्रम कानून को प्रभावशाली बनाया जाना चाहिए इस अवसर पर सीटू के प्रांतीय महामन्त्री महेंद्र जखमोला ने कहा कि आज स्कीम वर्कर्स को तमाम काम लिए जा रहे हैं किंतु उन्हें काम के बदले उनका वेतन नहीं दिया जा रहा है उन्होंने मांग की कि 26000 रुपये न्यूनतम वेतन होना चाहिए व राज्य कर्मचारी घोषित किया जाना चाहिए इस अवसर पर इंटक के जिला अध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि सार्वजनिक संस्थाओं बैंक ,बीमा ,रक्षा, रेलवे ,पोस्टल व ओएनजीसी जैसे महत्वपूर्ण विभागों को सरकार निजीकरण कर रही है व उनकी जमीनों को अपने चहते पूंजीपतियों को कौड़ियों के भाव दे रही है इसका पुरजोर विरोध होगा इस अवसर पर जून एटक के प्रांतीय उपाध्यक्ष समर भंडारी ने कहा कि वर्तमान में सरकार साम्प्रदायिकता के सहारे सारे मुद्दों को दबाना चाह रही है केंद्रीय ट्रेड यूनियनो ने इसके खिलाफ संघर्ष का बिगुल फूंका है और 16 फरवरी की हड़ताल इस देश की दशा व दिशा को तय करेगी । इस अवसर पर जिला देहरफुन ड्राइवर कन्डक्टर यूनियन ने 16 तारीख को देहरादून के समस्त बस सेवा बंद रहेंगे ।ओर हड़ताल में शामिल रहेंगे इस अवसर पर देहरादून के प्राइवेट स्कूल कर्मचारी यूनियनों ने कहा कि उन्होंने अपने नोटिस दे दिया है और वह भी मैनेजमेंट के उत्पीड़न के खिलाफ हड़ताल पर रहेंगे इस अवसर पर रोडवेज यूनियन के दयाकिशन पाठक ने कहा कि वे तमाम यूनियनो से बातचीत कर उत्तराखंड परिवहन विभाग में भी हड़ताल का समर्थन करेंगे ।अवसर पर आंगनबाड़ी कार्यकत्री सेविका कर्मचारी यूनियन की प्रांतीय महामंत्री चित्रकला आशा कार्यकत्रियों यूनियन सीटू की प्रांतीय अध्यक्ष शिव दुबे भोजन माता कामगार यूनियन की महामंत्री मोनिका ने कहा कि वह सब हड़ताल पर रहेंगे इस अवसर पर विद्युत विभाग यूनियन के अध्यक्ष विनोद कवि ने कहा कि वह बिजली विभाग में उसके निजीकरण के खिलाफ 16 तारीख की हड़ताल श्रमिक समस्याओं को लेकर 16 तारीख के हड़ताल करेंगे ।

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