यूपी में नहीं होगी जातीय जनगणना-सरकार के नामंजूरी विपक्ष नेताओं ने किया हंगामा,धरने पर बैठे

लखनऊ:जातीय जनगणना के मुद्दे पर गुरुवार को विधान सभा में प्रश्नकाल के दौरान SP और RLD सदस्यों ने हंगामा और नारेबाजी की, वहीं सपा सदस्य विरोध करते हुए विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना  के आसन के सामने आकर बैठ गए, जिससे प्रश्नकाल के दौरान सदन की कार्यवाही को  स्थगित करना पड़ा।, यह पहली बार हुआ है  कि जब अठारहवीं विधान सभा में विधान सभा की कार्यवाही को बीच से रोकना पड़ा,

उत्तर प्रदेश सरकार ने जातीय जनगणना कराने से साफ मना कर दिया है,वहीं सपा और रालोद के विधायकों ने जातीय जनगणना के मुद्दे पर सरकार को सवाल के घेरे में लेते हुए सदन में हंगामा शुरु कर सदन में विधानसभा अध्यक्ष के सामने धरना दे दिया,

वेल में नारेबाजी कर सरकार पर दलित व पिछड़ा वर्ग विरोधी होने का आरोप लगाते हुए विपक्ष के नेताओं ने कहा कि सरकार जातीय जनगणना कराने से डर रही है,वहीं  कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने विधानसभा में साफ कहा कि जातीय जनगणना कराना केंद्र सरकार का काम  है, उत्तर प्रदेश  विकास की नजरों में बहुत आगे आ चुका है,उसको पीछे नहीं करना चाहिए और बिहार की तरफ नहींं ले जाना चाहिए,

विपक्ष ने आधे घटें तक किया हंगामा

विपक्ष के नेताओं ने हंगामा करते हुए सरकार पिछडे़ व दलित विरोधी सरकार है,यह नारे के साथ करीब आधा घंटे तक बवाल चलता रहा और हंगामा करते हुए धरने पर बैठ गए,

वहीं  यूपी विधानसभा अध्यक्ष ने सपा विधायकों का नेतृत्व कर रहे सपा महासचिव शिवपाल यादव और मुख्य सचेतक मनोज पांडेय को समझाने का प्रयास किया,उन्होंने कहा पूरा प्रदेश देख रहा है कि कैसे नेता किस तरह सदन में चर्चा के समय हंगामा और नारेबाजी कर रहे है,उन्होंने कहा कि इस तरह नारेबाजी कर सपा विधायक दूसरे सदस्यों के अधिकार पर भी कब्जा कर रहे है,

सतीन महाना ने साफ कहा कि सदन में राजनीतिक मुद्दा नहीं चलेगा,बल्कि विधानसभा नियमों के अनुसार से चलेगी,प्रश्नकाल के दौरान पूछे गए सवालों का जवाब सरकार ने दे दिया है,वहीं यह भी कहा कि बीएसपी के विधायक उमाशंकर सिंह के प्रश्रन पूछने पर हंगामा शुरु होने के कारण वह अपना सवाल नहीं पूछ सके,जिसके चलते विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को दो बार में12.30 तक के लिए स्थागित कर दिया है,

 

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