डिजिटल डेस्क- पीलीभीत में सपा का जिला कार्यालय खाली कराने की कवायत जिला प्रशासन द्वारा की जा रही है। सूचना मिलते ही 200 से अधिक सपा कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए। इसके बाद सपा कार्यकर्ताओं की नगरपालिका के अधिकारियों से उनकी नोक-झोंक भी हुई, जिसके बाद सपा कार्यालय को छावनी में तब्दील कर दिया गया। सपा कार्यकर्ताओं की नाराजगी और तनाव को देखते हुए कई अफसर और पांच थानों के 200 पुलिसकर्मी और एक कंपनी पीएसी तैनात कर दी गई है व क्षेत्र ड्रोन से निगरानी की जा रही है। वाटर कैनन और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां बुलाई गई हैं।
मांगा था 6 माह का समय पर प्रशासन ने दिया सिर्फ 6 दिन का समय
वहीं सपा नेताओं ने कार्यालय खाली करने के लिए 6 महीने का समय मांगा था पर आपसी विचार विमर्श के बाद सपा नेताओं को 6 दिन का समय दिया गया है। अब 16 जून तक कार्यालय खाली करना है। दरअसल, सपा कार्यालय नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी के आवास में लंबे समय से संचालित हो रहा था।
तीन दिन पहले नगरपालिका ने कार्यालय के गेट पर नोटिस चस्पा किया था और 10 जून तक कार्यालय खाली करने को कहा था। लेकिन कार्यालय खाली नहीं किया गया। इसके बाद प्रशासन ने यह कार्रवाई की। सिटी मजिस्ट्रेट विजयवर्धन तोमर पूरे मामले की पुष्टि की है। इस कार्रवाई पर सिटी मजिस्ट्रेट विजय वर्धन तोमर ने बताया कार्यालय खाली होने की कार्रवाई शुरू की गई थी। इसी दौरान सपा नेताओं ने 6 महीने का समय मांगा है, लेकिन प्रशासन ने सिर्फ 6 दिन का समय सपा नेताओं को दिया है।इस कार्रवाई पर सपा जिलाध्यक्ष जगदेव सिंह ‘जग्गा’ ने असंवैधानिक बताया। उन्होंने डीएम और एसपी से मुलाकात की और कहा- मामला सिविल कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है, इसलिए कार्यालय को खाली न कराया जाए।