मेरठ। हर माह गरीबों को मिलने वाले राशन की कालाबाजारी करने वाले ठेकेदारों की अब खैर नहीं. शासन ने सख्त रवैया अपनाते हुए राशन की कालाबाजारी करने वाले ठेकेदारों पर सख्ती बरतनी शुरू कर दी है. अब अगर किसी भी ठेकेदार ने राशन की कालाबाजारी करने का प्रयास किया तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
दरअसल शासन को पिछले काफी लंबे समय से शिकायत मिल रही थी कि एफसीआई गोदाम से ट्रकों में राशन लादकर कोटेदारों तक सीधा राशन नही पहुंचाया जा रहा है बल्कि बीच रास्ते में ही राशन की अदला बदली कर बड़ा खेल किया जा रहा था शासन ने मामले का संज्ञान लेते हुए 2021 में लागू की गई single-stage डोर स्टेप डिलीवरी व्यवस्था को सख्ती से लागू करने के लिए पत्र जारी किया है. साथ ही पत्र में कहा गया है कि अगर किसी भी ठेकेदार ने बीच रास्ते में कहीं भी राशन ट्रक से उतारकर अदला-बदली करने का प्रयास किया गया तो उसके खिलाफ राशन की कालाबाजारी का मुकदमा दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाएगी. शासन के इस आदेश के जारी होने के बाद अब राशन की कालाबाजारी करने वाले ठेकेदारों और अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। वही पत्र में प्रदेश के सभी जिला अधिकारी आपूर्ति अधिकारी, खाद्यान्न विपणन अधिकारी को निर्देश जारी किया है कि आदेश का सख्ती से पालन कराया जाए साथ ही लापरवाही बरतने वाले ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाए. लेकिन देखने वाली बड़ी बात यह है कि क्या शासन का आदेश जारी होने के बाद सिंगल स्टेज डोर स्टेप व्यवस्था लागू हो पाएगी या एक बार फिर गरीबों को बटने वाला राशन ठेकेदार अधिकारियों से गठजोड़ कर के इसी तरह डकारते रहेंगे।