पीड़ित आनंद कुमार देव की तहरीर पर FIR दर्ज
MBBS की सीट दिलाने के नाम पर की थी ठगी
मुजफ्फरनगर,बिहार के छात्रों से 60 लाख ठगी की थी
सरस्वती इंस्टीट्यूट हापुड़ में एडमिशन का दिया था झांसा
लखनऊ, डॉक्टर बनने का सपना यदि आप संजो रहे हैं तो जरा सावधान रहिएगा……. राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के कई जिलों में निजी मेडिकल कॉलेज ने अपने गुर्गों को इस ठगी के कारोबार में शामिल कर रखा है. नीट की परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों की शातिर तलाश करते हैं, उनके कांटेक्ट नंबर को निकालते हैं और सीधे फोन मिलाकर उन्हें निजी मेडिकल कॉलेज में सीट दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी में जुड़ जाते हैं. इस काम में लड़कियों को आगे रखकर अभ्यर्थियों से बात कराई जाती है और फिर गूगल, चेक, कैश जैसे-तैसे लाखों बटोरने शुरू किए जाते हैं. यह रकम कोई छोटी मोटी रकम नहीं होती है. यह रकम 50 से 60 लाख तक जाती है. ऐसा ही एक मामला राजधानी के प्रतिष्ठित साइबर टावर का सामने आया है. इस टावर में तमाम निजी कंपनियों ने अपने ऑफिस खोल रखे हैं .उन्हीं में से एक सरस्वती इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज के नाम पर कंसल्टेंसी की दुकान चला रहा था, इसमें काम करने वाले लोगों ने नीट की परीक्षा देने वाली एक छात्रा का फोन नंबर निकाला और उसे संपर्क किया. संपर्क के बाद उसके पिता से लगभग 60 लाख की रकम वसूल कर एडमिशन कराने का झांसा दिया. लेकिन जब मामला नहीं बना तो आखिरकार पीड़ित ने गोमती नगर थाने में इन सभी लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है
यह बता दें कि यह ठगी मनमाने तरीके से नहीं की गई इसमें सीधे तौर पर मेडिकल कॉलेज के रसूखदारओं का अप्रत्यक्ष हाथ होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा रहा है क्योंकि कंसल्टेंसी भी उसी इंस्टिट्यूट के नाम पर ही चल रही थी जिसका मुकदमे में भी जिक्र किया गया. सरस्वती इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज हापुर इसी के ट्रस्ट के नाम पर पीड़ित से चेक लिए गए लेकिन एडमिशन ना होता देख आखिरकार पीड़ित ने मुकदमा दर्ज कराया. यूपी पुलिस रसूखदारों के गिरेबान तक पहुंच पाती है या फिर छोट-भइयों को गिरफ्तार कर मामले को दबा देती है यह पूरी जांच होने के बाद ही पता चल पाएगा.