रिपोर्ट – शिवा शर्मा
लखनऊ – मंगलवार दोपहर लखनऊ के कैंट इलाके में कबाड़-गोदाम में भीषण ब्लास्ट के साथ धमाका हो गया |धमाके के साथ एक कर्मचारी के चीथड़े उड़ गए जिससे उसकी दर्दनाक मौत हो गई | डीसीपी ने मौके पर पहुंच फारेंसिक, दमकल और बम निरोधक दस्ते को बुलवाया। प्राथमिक जांच में टीमों को ऐसा कोई साक्ष्य नहीं मिला, जिससे पता चले कि विस्फोट कैसे हुआ।
घटना धुएं की तरह आसपास के इलाके मे फैल गयी
बता दें कि कैंट थाना क्षेत्र के लकड़ी मोहाल स्थित कबाड़ गोदाम में मंगलवार दोपहर तेज धमाके के साथ हरदोई निवासी मजदूर कृष्ण कुमार (34) की मौत हो गई। हादसा इतना दर्दनाक था कि मांस के टुकड़े इधर-उधर बिखर गये। शव गोदाम में रखे पुराने बड़े बक्शे में आधा अंदर और आधा बाहर लटका दिखा। चेहरा पूरी तरह से क्षतविक्षत हो गया था | धमाका इतनी तेज था कि आसपास के घरों से लोग बाहर निकल आए| घटना धुएं की तरह आसपास के इलाके में फैल गयी और लोगों का हुज़ूम धीरे-धीरे गोदाम के बाहर इकठ्ठा होने लगा | घटना में गोदाम के एक कर्मचारी की मौत गयी और सूचना पाकर मौके पर पुलिस के बड़े अफसर जांच करने पहुंचे |
धमाके में मारे गए मजदूर की हुई पहचान
डीसीपी पूर्वी प्रबल प्रताप सिंह ने बताया कि सदर के लकड़ी मोहाल में कबाड़ गोदाम है। इसके मालिक आजाद मोहाल निवासी लक्ष्मीकांत गुप्ता उर्फ पप्पू हैं। धमाके में मारे गए मजदूर की पहचान कृष्ण कुमार (34) निवासी मुन्नालाल खेड़ा, थाना बेनीगंज जिला हरदोई के तौर पर हुई है। डीसीपी का कहना है कि विस्फोट से कुछ देर पहले गोदाम में कृष्ण कुमार के अलावा कर्मचारी बशारत और बबलू भी मौजूद थे, लेकिन दोपहर में दोनों खाना खाने की बात बोल कर गोदाम से निकल गए थे। घटना के समय कृष्ण कुमार गोदाम में अकेले था। बशारत और बबलू के गोदाम से निकलने के कुछ देर बात ही धमाका हुआ।
विस्फोट कैसे हुआ, इसकी जानकारी जुटाई जा रही
करीब 4.25 बजे डीसीपी समेत अन्य टीमें पहुंचीं। टीमों ने साक्ष्य एकत्रित कर शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। डीसीपी ने बताया कि विस्फोट कैसे हुआ, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
दुकान-गोदाम मे मौजूद नहीं थे मौजूद – लक्ष्मीकान्त गुप्ता (दूकान मालिक)
कैंट के लकड़ी मोहाल मे बसी ये दूकान और गोदाम लक्ष्मीकान्त गुप्ता का है | जो की कुछ ही दूरी पर रहता है उनका कहना है कि जिस वक्त वो हादसा हुआ वो दुकान-गोदाम मे मौजूद नहीं थे सूचना के बाद वो खुद आये हैं |
सिलेंडर ब्लास्ट जैसे कोई भी साक्ष्य नहीं मिले
पुलिस ने कई घण्टे अंदर जांच की और अफसरों के साथ उन्होंने सलाह मशवरा भी किया और forensic व बम निरोधक की जांच के बाद वो बाहर आये उनका कहना है की सिलेंडर ब्लास्ट जैसे कोई भी साक्ष्य नहीं मिले है| ऐसे मे ब्लास्ट कैसे हुआ इस बात की जांच की जा रही है| हादसे में एक कर्मचारी की मौत हो गयी है | विस्फोट को देखते हुए फॉरेंसिक टीम, बम निरोधक दस्ता और दमकल को जांच के लिए लगाया गया है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।