के न्यूज/लखनऊ, यूथ फार्मेसिस्ट फेडरेशन ने उत्तर प्रदेश फार्मेसी काउंसिल में पंजीकरण में हो रहे विलंब पर चिंता जताते हुए रजिस्ट्रार को पत्र लिख कर तत्काल पंजीकरण किए जाने का अनुरोध किया है और समय सीमा तय करने की मांग की है । इसके संबंध में अगली रणनीति तय करने हेतु आज एक बैठक फार्मेसिस्ट फेडरेशन के अध्यक्ष सुनील यादव की अध्यक्षता में संपन्न हुई ।फार्मेसिस्ट फेडरेशन की यूथ विंग के अध्यक्ष डॉ आदेश एवं महासचिव ज्ञान चंद्र यादव ने रजिस्ट्रार उत्तर प्रदेश फार्मेसी काउंसिल को उदाहरणस्वरूप 15 फार्मासिस्टों की सूची भी दी है, जिसकी प्रति अध्यक्ष के साथ ही स्वास्थ्य मंत्री, प्रमुख सचिव, महानिदेशक को भी दी गई है । फेडरेशन का कहना है कि ऑनलाइन प्रक्रिया के बावजूद फार्मेसी काउंसिल में पंजीकरण को जानबूझकर लंबित रखा जाता है जिससे आवेदक फार्मेसिस्टों से धनादोहन किया जा सके । सूची के अनुसार उमेश कुमार ने 8 दिसंबर 2021, राम गोपाल यादव, शमीम अहमद ने जनवरी 22, सहित सूची में अंकित सभी 15 फार्मेसिस्टो ने 2022 में आवेदन किया था । एक वर्ष से अधिक समय तक निस्तारण ना होने से फार्मेसिस्ट भटकते हैं और भ्रष्टाचार के शिकार होते हैं । इस प्रकार के हजारों मामले संज्ञान में आए हैं जिनकी सूची बनाई जा रही है ।
फेडरेशन ने कहा कि काउंसिल में आने वाले फार्मेसिस्टों द्वारा आरोप लगाया है कि उनसे अच्छा व्यवहार नहीं किया जाता है, जिस पर यूथ फार्मेसिस्ट आक्रोशित हैं । अगर काउंसिल कर्मियों ने व्यवहार में परिवर्तन नहीं किया तो फार्मेसिस्टो के सम्मान की रक्षा के लिए आंदोलन भी किया जाएगा ।