कुशीनगर में हाथ से उखड़ने लगी लाखों रुपये से बनी सड़क, स्थानीय विधायक ने किया सड़क का निरीक्षण, सख्त कार्रवाई के दिए निर्देश

रिपोर्ट – सच्चीदानंद पाण्डेय 

कुशीनगर – उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर कनेक्टिविटी के लिए यहां सड़कों का जाल बिछा रही हैं तो दूसरी तरफ ग्रामीण क्षेत्र सड़क बनाने में कितना गुणवत्ता पर ध्यान दिया जा रहा हैं | इसकी ताजा तस्वीर कुशीनगर से आई है, जो महज सड़क बनने के 5 दिन के अंदर ही बिना इस्तेमाल किये हाथों से उखड़ जा रही।

लोक निर्माण खण्ड की निगरानी में बनाई गई थी सड़क 

आपको बता दें कि तस्वीरों में जिस सड़क को कुछ ग्रामीण हाथ से उखाड़ रहे हैं, वह कोई आम सड़क नहीं हैं बल्कि इंजीनियर और ठेकेदार के उस गुणवत्ता के गठजोड़ का नतीजा हैं जिसे ग्रामीण दिखा रहे हैं| तस्वीर कुशीनगर जिले के खड्डा क्षेत्र के भगवानपुर से लक्ष्मीपुर पडरहवा सड़क मार्ग की हैं | जिसे पीडब्ल्यूडी विभाग के लोक निर्माण खण्ड की निगरानी में लाखों रुपये की लागत से बनाया गया हैं | महज 4 किलोमीटर से अधिक बनाई गई सड़क में 18सौ मीटर आरसीसी और बाकी की सड़क बजड़ी, गिट्टी और तारकोल से बनाई गई हैं, अब बनाई गई सड़क इतनी मजबूत है कि सड़क ग्रामीण के हाथों से उखड़ जा रही हैं, जो यह बतलाने के लिए काफी है कि योगी सरकार में सड़क कितनी मजबूत बनाई जा रही हैं।

ग्रामीणों ने खुद ही वीडियो बना कर किया था सोशल मीडिया पर वायरल

दर्जनों गांवों को मुख्य मार्ग से जोड़ने वाली यह सड़क योगी सरकार के जीरो ट्रोलेंस के दावों की पोल खोलने वाली सड़क हैं, जिसे स्थानीय ग्रामीण भी देख हैरान हैं| 5 दिन के अंदर टूट रही सड़क की समस्या को जब ग्रामीणों ने खुद ही वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर वायरल किया तो स्थानीय खड्डा विधानसभा के विधायक विवेकानंद पांडेय सड़क का निरीक्षण किये और कार्यो में अनियमितता पाई | अपनी ही सरकार में सड़क का यह हाल देख विधायक भी हैरान रह गए और जिले के पीडब्ल्यूडी विभाग के एक्सईएन से लेकर जेई तक फोन पर बात कर कमी को सुधारने के आदेश दिए | इसके साथ ही जांच कर ठेकेदार के विरुद्ध सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए, लेकिन लगातार यूपी से आने वाली ऐसी तस्वीरें योगी सरकार के अच्छी गुणवत्ता वाली सड़क के दावों पर बट्टा जरूर लगा रही हैं।

दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग

ग्रामीणों का कहना है कि बिना डस्ट साफ किए ही सड़क बिछा दी गई, जिसके चलते सड़क निर्माण में ठेकेदार ने अपनी मनमानी की जिसका नतीजा रहा कि सड़क 5 दिन के अंदर टूटने लगी, अब ग्रामीण सड़क गुणवत्ता पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे है।

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