ज्ञानवापी फैसले के विरोध में शरारती तत्वों द्वारा लगाए गए पोस्टर, मौके पर फोर्स तैनात

रिपोर्ट – कुलदीप कुमार 

पीलीभीत – ज्ञानवापी विवाद के ऊपर कोर्ट के आए आदेश के बाद शरारती तत्वों द्वारा अपना रोष जताने और मुस्लिम समुदाय के लोगों को बहकाने के लिए शहर से लगे चिड़ियादाह गांव में पोस्टर लगाकर कोर्ट के फैसले का विरोध जताने की कोशिश की| इतना ही नहीं इन लोगों ने कल यानी जुम्मे वाले दिन ट्विटर के जरिए अपना विरोध जताने की अपील भी करी है। मामले की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन में खलबली मच गयी, आनन-फानन में पुलिस अधिकारियों के साथ ही सुनगढ़ी थाना से फोर्स गांव पहुंच गई और पुलिसकर्मियों ने गावं की दीवारों पर लगे पोस्टर हटाने शुरू कर दिए, साथ ही लोगों से शांति बनाये रखने कि अपील भी की |


आपको बता दें कि पीलीभीत सुनगढ़ी थाना क्षेत्र मे पड़ने वाले चिड़ियादाह गांव में जब लोग सुबह सो कर उठे तो उन्होंने पूरे गांव में सेव ज्ञानवापी करके लगे पोस्टर को देंखा | इस तरीके के आपत्तिजनक पोस्टर लगे होने के बात पूरे गांव में आग की तरह फैल गई| इस पोस्टर में लिखा था कि हम कोर्ट के एक तरफा फैसला का विरोध करते हैं उनमें अंग्रेजी में लिखा था कि, “सेव ज्ञानवापी” फिर उसके नीचे हिंदी में लिखा गया हम कोर्ट के एकतरफा फैसले का विरोध करते हैं नीचे फिर अंग्रेजी में 09 फरवरी, ऑन ट्वि‍टर टाइम 9 पीएम। साथ ही इसी पोस्टर के साइड में अंग्रेजी में लिखा था यूज़ दिस हैशटैग सेफ ज्ञानवापी साथी ही साथ इंस्टाग्राम पर भी फॉलो करने की बात कही गई है|

इसका मतलब यह हुआ की सोशल मीडिया पर मुस्लिम समुदाय के लोगों को बहकाने की एक मुहिम चलाने की बात की गई है| पोस्टर लगे होने की बात आगे इतना फैली तो यह खबर स्थानीय पुलिस को भी मिली तो मौके पर एडिशनल एसपी, सीओ सिटी, सुनगढ़ी थानाध्यक्ष भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए और पूरे गांव में टहल टहल कर इस आपत्तिजनक पोस्टर को खुद हाथ से फाड़ने लगे । इस मामले में अधिकारियों ने गांव के लोगों से पूछताछ भी करी गयी, लेकिन कोई यह नहीं बता सका ये पोस्टर किन लोगों ने लगाए हैं।

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