एक सप्ताह शेष ,चार धाम यात्रा विशेष ! 

उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, उत्तराखण्ड में चार धाम यात्रा को लेकर सभी तैयारी अंतिम दौर में है। 30 अप्रैल से गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही यात्रा शुरू हो जाएगी। 28 अप्रैल से यात्रियों के आने का सिलसिला भी शुरू हो जाएगा। अब तक 19 लाख 30 हजार श्रद्धालु चारों धामों में दर्शन के लिए रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं, यह सिर्फ ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा है। 28 अप्रैल से हरिद्वार, ऋषिकेश, विकासनगर और हरबर्टपुर में ऑफलाइन काउंटर खोले जाएंगे। इस बार चारों धामों में विदेशी नागरिक भी चारधाम यात्रा पर आने के लिए उत्साहित हैं। अब तक 17 हजार से ज्यादा विदेशी नागरिक भी यात्रा के लिए पंजीकरण करा चुके है। इसमें संयुक्त राज्य अमेरिका, नेपाल, मलेशिया, यूनाइटेड किंगडम समेत 103 देशों के नागरिक शामिल हैं। विदेशी नागरिकों ने केदारनाथ धाम के लिए 6100, बद्रीनाथ के लिए 4800, यमुनोत्री के लिए 2750 और गंगोत्री धाम के लिए 3150 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण किया है। उधर रजिस्ट्रेशन की संख्या को बढ़ते देख गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने चार धाम होटल एसोसिएशन के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। इसमें निर्णय लिया गया कि हर धाम के पहले पड़ाव में ऑफलाइन पंजीकरण काउंटर खोले जाएंगे। जिसके तहत यमुनोत्री धाम के लिए बड़कोट दोबाटा और गंगोत्री धाम के लिए हिना में ऑफलाइन पंजीकरण केंद्र खोला जाएगा। इसके साथ ही केदारनाथ धाम के लिए गुप्तकाशी-फाटा और बद्रीनाथ धाम के लिए गोचर में ऑफलाइन पंजीकरण केंद्र खुलेगा। वही विपक्ष ने सरकार की तैयारियों को लेकर सवाल खड़े किए है।कांग्रेस का आरोप है की उत्तराखंड में कोई रोड सेफ्टी अरेंजमेंट सरक़ार के पास नहीं है यही कारण है प्रदेश में आने वाले यात्री और हर साल सड़क हादसों में मरने वालों का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है।धामो में आने वाले श्रदालुओ की बढ़ती संख्या को देखते हुए विपक्ष ने व्यवस्ता को लेकर कई सवाल खड़े कर दिये है।

आपको क्रमवार बता दे चारो धामो में अभी तक कितने पंजीकरण हुए।
यमुनोत्री —-3,10,755
गंगोत्री ——3,44,278
केदारनाथ —6,58,149
बद्रीनाथ —–5,83,747
हेमकुंड ——-33,450

आपको बता दे चारधाम यात्रा की तैयारी को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बड़ी बैठक आयोजित की गई. जिसमे 24 अप्रैल को उत्तराखंड के विभिन्न जिलों में आयोजित होने जा रही मॉक ड्रिल के बारे में विस्तृत चर्चा की गई। इस दौरान नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी और उत्तराखंड स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के आलाधिकारी मौजूद रहे। NDMA के सदस्य सैयद अता हसनैन ने बताया कि चारधाम यात्रा केंद्रीय गृह मंत्रालय के नजरिया से बेहद महत्वपूर्ण है। यात्रियों के दर्शन से लेकर सुरक्षा और उनके मूलभूत सुविधा प्रदान करने के लिए यह बैठक का आयोजन किया गया है। वही  मॉक ड्रिल में 7 जिलों में 15 क्षेत्रों में विभिन्न यात्रा की विभिन्न चुनौतियां जैसे भूकंप, लैंडस्लाइड,अतिवृष्टि, बादल फटना जैसे आपदा से निपटने का प्रयास किया जाएगा। वही उत्तराखंड आपदा प्रबंधन के सचिव विनोद सुमन ने बताया कि चारधाम यात्रा से सीधे जुड़े विभागों और जिला प्रशासन के साथ टेबल टॉप किया जा रहा है । जिससे आपदा के दौरान सभी विभागों में समन्वय बन सके ।

वही चार धाम यात्रा को लेकर बीजेपी सरकार संतुष्ट नजर आ रही है तो कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण महारा का कहना है कि इस साल चार धाम की यात्रा शुरू होने के बाद सरकार की लचर व्यवस्था की पोल खुल जाएगी क्योंकि ना तो चारधाम यात्रा में पड़ाव की अच्छी व्यवस्था है और ना ही चिकित्सा स्वास्थ्य की। कांग्रेस ने साल दर साल बढ़ रहे सड़क हादसों में मौतों के आंकड़ों को लेकर सरकार पर निशाना भी साधा है। कांग्रेस के उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि 30 अप्रैल से चार धाम यात्रा की शुरुआत होने जा रही है लेकिन उत्तराखंड में कोई रोड सेफ्टी अरेंजमेंट नहीं है। सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि हर साल सड़क हादसों में मरने वालों का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। 2024 में ओवर स्पीड और रैश ड्राइविंग में 983 लोगों ने जान गंवाई थी। सूर्यकांत धस्माना ने सरकार से मांग की है कि वह चार धाम यात्रा शुरू होने से पहले रोड सेफ्टी अरेंजमेंट कर लें ताकि जो यात्री यहां यात्रा करने आए वह सुरक्षित वापस जाए।

जानकारी के मुताबिक अब तक यात्रा रूट पर लैंडस्लाइड जोन की संख्या 35 से बढ़कर 60 हो चुकी है. वहीं, एक्सीडेंट संभावित क्षेत्रों की संख्या भी 80 से बढ़कर 120 हो गई है. यानि यात्रा मार्ग अब और ज्यादा संवेदनशील हो चुका है.उत्तराखंड पुलिस ने चारधाम यात्रा मार्गों पर डेंजर ज़ोन और एक्सीडेंट स्पॉट की एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेज दी है. इन ज़ोन में तुरंत सुधार व दोनों तरफ जेसीबी वाहन तैनात करने की मांग भी रखी गई है, ताकि किसी भी इमरजेंसी में मलबा तुरंत हटाया जा सके.मुख्यमंत्री लगातार यात्रा को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे है और सरकार की और से बेहतर रिकॉड तोड़ यात्रा करने का दावा भी किया जा रहा है लेकिन विपक्ष सरकार के सभी दावों को फेल बता रहा है।देखना होगा की अब सरकार विपक्ष के लगाए आरोपों को सफल यात्रा करा पार लगाने में कामयाब होगी।

 

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