उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट,
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के चलते बीते दो दिनों से भारी बारिश का दौर जारी है. प्रदेश से भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. कई संपर्क मार्ग मलबा और पत्थर गिरने से बाधित हो गए हैं, जबकि पुल तक नदी-नाले में समा गए हैं. जिस से लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं और कई गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है. वहीं मौसम विभाग ने आज फिर कई जिलों में भारी बारिश का अनुमान जताया है. साथ ही रेड, ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी कर लोगों को सचेत रहने की अपील की है. अब सरकार के सामने बरसात के मौसम में चारधाम यात्रा के साथ पंचायत चुनाव व अगली बड़ी परीक्षा सामने आ गई है कांवड़ यात्रा. जो 11 जुलाई से शुरू होकर 23 जुलाई की श्रावण शिवरात्रि तक चलेगी. जिसमे अनुमान है कि करोड़ों शिवभक्त गंगाजल लेकर देशभर के शिवालयों में पहुंचेंगे। प्रदेश में दो दिनों से हो रही भारी बारिश के चलते उत्तराखंड सरकार ने 24 घंटे पहले यात्रा पर रोक तक लगा दी थी। हालांकि अब यात्रा को शुरू कर दिया गया है लेकिन खतरा अभी टला नहीं आगे भी मौसम विभाग का रेड अलर्ट जारी लेकिन मानसून को लेकर किये गए अभी तक के सभी इंतजाम धरातल पर फेल साबित हुए है. जिसको लेकर अब वही विपक्ष ने सरकार की तैयारी पर सवाल खड़े कर दिए है।
उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. जिससे प्रदेश में चल रही चारधाम यात्रा पर भी असर पड़ रहा है. बीते 24 घंटे में चारधाम यात्रा को रोकना पड़ा था। सरकार का कहना है कि यात्रियों की सुरक्षा पहली प्राथमिकता है। वही बीते दिन उत्तरकाशी में बादल फटने से भारी तबाही हुई थी. जिसमे 9 लोग मलबे के साथ बह गए थे जिनमें दो के शव कई किलोमीटर दूर मिले थे. वही मानसून के दौरान जुलाई माह में होने जा रहे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मतों का तो पता नहीं, लेकिन मेघों का बरसना तय है। इस लिहाज से राज्य निर्वाचन आयोग के लिए यह चुनौतियों का चुनाव भी है। हालांकि एहतियात के तौर पर मानसून के लिहाज से संवेदनशील माने जाने वाले क्षेत्रों में आयोग ने पहले चुनाव कराने का निर्णय लिया है, लेकिन यह इतना आसान नहीं होगा।
वही उत्तराखंड में मानसून सीजन लोगों पर आफत बनकर टूट रहा है. मानसूनी बारिश का कहर चारों ओर देखने को मिल रहा है. वहीं देहरादून मौसम विभाग के मुताबिक आज उत्तराखंड के सभी जनपदों के अधिकांश स्थानों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. राज्य के देहरादून, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, टिहरी, पौड़ी, हरिद्वार, नैनीताल, चंपावत तथा उधम सिंह नगर जनपदों में कुछ जगह भारी से बहुत भारी बारिश होने का अंदेशा जताया है. जिसके लिए मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है. राज्य के शेष जनपदों में में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है और मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
मानसून ने प्रदेश में पूरी तरह दस्तक दे दी है। सरकार लगातार बारिश से आ रही हर समस्या को दुरुस्त करने का दावा कर रही है लेकिन विपक्ष सरकार के ये दावे हवा हवाई बता रहा है। आपको बता दे प्रदेश में चार धाम यात्रा जारी है वही अगले महीने से 11 जुलाई से कांवड़ यात्रा का भी आगाज होने वाला है वही मानसून की पहली दस्तक ने सरकार के दावों पर प्रश्न चिह्न लगा दिया है जिसको लेकर विपक्ष सरकार पर हमला कर रहा है आगे होने जारी बारिश और श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या सरकार के लिए बड़ी चुनौती बन चूका है अब ऐसे में सरकार इन समस्याओ से कैसे निजात दिला पायेगी ये देखने वाली बात होगी।