Knews India, उत्तराखंड के पूर्व और वर्तमान विधायक खानपुर की निजी लड़ाई कहीं न कहीं जातिवाद पर आ गई है। दोनों ही नेताओं के समर्थक एक-दूसरे की निजी लड़ाई में समाज को आपस में लड़ाने से भी पीछे नहीं हट रहे हैं। चाहे पूर्व विधायक चैंपियन हो या वर्तमान विधायक उमेश कुमार शर्मा, एक शेर बन रहा है तो दूसरा सवा शेर…फिल्मी स्टाइल में जिस तरह गणतंत्र दिवस पर कानून हाथ में लेकर तंमचे लहराए गए, बंदूक से गोलियां दागी गई…कहीं न कहीं यह शांत राज्य उत्तराखंड के लिए शर्मनाक वारदात है। दरअसल, इन दोनों नेताओं की निजी लड़ाई से पूरे देश में शांत वादियों के प्रदेश उत्तराखंड की छवि भी धूमिल हो रही है। अब यह लड़ाई जातिवाद और बिरादरी पर आ गई है। गुर्जर समाज जहां चैंपियन के समर्थन में लामबंद हो गया है, वहीं उमेश के समर्थन में सर्व समाज के लोग बताए जा रहे हैं। कई दिन पहले ही उमेश के समर्थक लक्सर पहुंच गए, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया तो उमेश कुमार शर्मा के समर्थक पथराव करने लगे। ऐसी तमाम तस्वीरें मीडिया में वायरल हुई थी। हालांकि पुलिस दोनों ही नेताओं के समर्थकों को खदेड़ रही। अब गुज्जर समाज के लोगो ने पांच फरबरी को महापंचायत बुलाई है जिसमे देश भर के गुज्जर समाज के लोगो को बुलाया जा रहा है। आप को बता दे पांच फरवरी को दिल्ली में चुनाव है देखना होगा कि यह निजी लड़ाई कहां जाकर खत्म होती है।
बैठक के बाद गुर्जर समाज के अध्यक्ष वीरेंद्र गुर्जर ने वीडियो बयान जारी कर कहा कि शासन-प्रशासन अपने वादे से मुकर चुका है। हालि में वादे के अनुसार लक्सर की महापंचायत को निरस्त करवा दिया गया था। देश भर के गुर्जर समाज के लोग उत्तराखंड के बॉर्डर का घेराव करेंगे। वीरेंद्र गुर्जर ने सभी से सोशल मीडिया के जरिये महापंचायत के प्रचार प्रसार की भी अपील की है ।साथ ही उन्होंने ऐलान किया कि अगर पांच फरवरी को चैंपियन जेल से बाहर नहीं आते तो दिल्ली के चुनाव में भाजपा की हार निश्चित है ।गुज्जर समाज के अन्य नेताओं की मौजूदगी में ऐलान किया गया की उमेश कुमार पर राजद्रोह का मुकदमा चले और उसकी विधानसभा की सदस्यता रद्द की जाय। अब इन दोनों माननीयो की लड़ाई इतनी चरम पर बढ़ गई है कि सभी संगठनों का विरोध भी इस घटना को लेकर लगातार जारी है कांग्रेस की बात करें तो प्रदेश की शांति भंग कानूनी व्यवस्थाएं ठप होने की बात कर रही है तो वहीं अन्य दल भी प्रदेश की सरकार पर कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे है
अक्सर विवादों में रहने वाले पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और विधायक उमेश शर्मा फिर से चर्चाओं में हैं। दोनों ही माननीयों के गाली-गलौज और फायर झोंकने के वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हैं। इन दोनों जनप्रतिनिधियों की इन ओछी हरकतों की हर कोई आलोचना कर रहा है। अब देखना होगा कल आने वाली पांच फरवरी की गुर्जर समाज की महापंचायत उत्तराखंड के साथ दिल्ली भाजपा की भी धड़कनें न बड़ा दे।