गोरखपुर। गोरखपुर जिले के चौरी चौरा थाना क्षेत्र में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है यही के बैकुंठपुर में आज सुबह झाड़-फूंक करने व कराने आई दो महिलाओं पर बदमाशों ने चाकू व हथौड़ा से हमला कर दिया।हमला इतना भीषण था कि झाड़-फूंक करने वाली महिला की मौके पर ही मृत्यु हो गई। बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती दूसरी महिला की हालत गंभीर है। मौके की नजाकत को भांपते हुए फोरेंसिक टीम के साथ पहुंचे एसपी नार्थ व एसएसपी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। सीसी कैमरा फुटेज व सर्विलांस की मदद से बदमाशों के बारे में पुलिस जानकारी जुटाने में जुट गई।
आपको बता दे कि यह दिल दहलाने वाली घटना खजनी थाना क्षेत्र के बैकुंठपुर गांव की है खजनी की रहने वाली महिला शनिकेशा का बैकुंठपुर गांव में रिश्तेदारी है। आज सुबह वह महिला झाड़-फूंक करने वाली बैकुंठपुर की महिला उषा के पास आई थी। उषा गांव के बाहर मजार के पास झाड़-फूंक करती है। रविवार व मंगलवार को आसपास के लोग यहां झाड़ फूक करवाने आते हैं। आज सुबह सात बजे दोनों महिलाएं मजार के पास बैठी थीं। इसी दौरान बाइक सवार दो युवक पहुंचे। कुछ देर बातचीत होने के हाथापाई शुरू हो गई।।इसी दौरान आरोपित ने हथौड़ा व धारदार हथियार से उषा व शनिकेशा के ऊपर हमला कर दिया। सिर व गर्दन के पास गंभीर चोट लगने से उषा की मौके पर ही मृत्यु हो गई। चीख पुकार सुनकर गांव के लोग पहुंचे इससे पहले हमलावर फरार हो गए। वही इस घटना के बारे में एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया, दोनों महिलाएं रविवार की सुबह गांव में मजार के पास बैठकर झाड़ फूंक कर रही थीं। इस दौरान सुबह करीब 7 बजे एक बाइक पर सवार दो युवक वहां पहुंचे। युवकों की किसी बात को लेकर महिलाओं से कहासूनी हो गई। इसके बाद दोनों बदमाशों ने मिलकर महिलाओं पर हमला कर दिया। जिसमें एक महिला की मौत हो गई। जबकि, दूसरी गंभीर रुप से घायल है। CCTV फुटेज और सर्विलांस की मदद से हमलावरों की तलाश की जा रही है। जल्द ही उनकी पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
दरअसल, चौरीचौरा के बैकुंठपुर गांव में लंबे समय से झांडू-फूंक का काम होता है। यहां गांव के बाहर एक मजार है। आसपास के करीब 20 से अधिक लोग यहां झांडू-फूंक करते हैं। उनका दावा होता है कि वे झांडू-फूंक के जरिए हर तरह की समस्या दर कर देंगे। इसके लिए वे मजार पर जुटती है भीड़ दरअसल, चौरीचौरा के बैकुंठपुर गांव में लंबे समय से झांडू-फूंक (सोखइती) का काम होता है। यहां गांव के बाहर एक मजार है। आसपास के करीब 20 से अधिक लोग यहां झांडू-फूंक करते हैं। उनका दावा होता है कि वे झांडू-फूंक के जरिए हर तरह की समस्या दूर कर देंगे। इसके लिए वे पीड़ितों से मोटी रकम भी वसूल करते हैं। ऐसे में आसपास सहित दूर दराज के लोग भी यहां अपनी समस्या लेकर पहुंचते हैं। सोमवार और गुरुवार को इसके लिए खास दिन होता है। इन दोनों दिन यहां कुछ ज्यादा ही भीड़ जुटती है।