रिपोर्ट – राहुल त्रिपाठी
उत्तर प्रदेश – बाराबंकी में जिला अस्पताल के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं | अभी कुछ माह पूर्व ही डिजिटल एक्सरे रूम में थप्पड़ मारने का वीडियो वायरल हुआ था। जिसके बाद एक्सरे टेक्नीशियन का ड्यूटी टाइम में दारू पीने के आरोप लगाते एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें कितनी सच्चाई थी ये तो जांच का विषय है।
सुविधा शुल्क लेकर किया गया एक्सरे
बताते चले कि बाराबंकी के जिला अस्पताल में सरकारी अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं ध्वस्त हो चुकी है | सामने आए मामले में शहर निवासी फैजी जो डॉक्टर को दिखाने आया था। चिकित्सक ने उसे एक्सरे कराने को कहा, जब वो एक्सरे कराने पहुंचा तो बताया गया कि अभी एक्सरे नहीं हो पाएगा, अगर कराना हो तो 100 रुपए लगेंगे। फैजी के बताए अनुसार केवल उसी से नहीं अन्य लोगों से सुविधा शुल्क लेकर ही एक्सरे किया गया। हर और जारी भारी भ्रष्टाचार में सुविधा शुल्क की खुलेआम मांग तो लोगों की परेशानी का सबब है ही लेकिन उससे भी बड़ा संकट जनपद वासियों के लिए ईश्वर समान समझे जाने वाले चिकित्सा के क्षेत्र में चिकित्सकों की मानसिकता ड्रैकुला जैसी खून चूसने वाली हो चुकी है।
निःशुल्क जांच होने पर भी बिना 100-200-़500 रुपए लिए एक्सरे या अन्य जांच नहीं करते
जहां सरकारी चिकित्सक एक तो बीमारों के इलाज से ज्यादा उनसे रुपये एठनें के चक्कर में न सिर्फ बाहर से जांच लिखने की परम्परा अपनी कार्यशैली का हिस्सा बना चुके हैं बल्कि अमूमन वो दवाएं भी बाहर से ही लिखते हैं जिन पर इनकी मोटी कमीशन तय होती है। जिसके चलते कई मरीज इनके चंगुल में फंसकर इनके इशारे पर बाहर निजी अस्पतालों में इलाज को मजबूर हो रहे हैं तो वहीं अगर कोई यहीं से जांच के लिए अड़ जाता है तो उससे निःशुल्क जांच होने पर भी बिना 100-200-़500 रुपए लिए बिना एक्सरे या अन्य जांच नहीं करते हैं |
सीएमओ ने नहीं की कुछ सुनवाई
इस मामले को लेकर सीएमओ अवधेश यादव से सीयूजी पर फोन किया गया तो सीएमओ ने कुछ सुना ही नहीं खाना खाने का हवाला देकर बाद में स्वयं फोन करने की बात कहकर फोन काट दिया। जिसके बाद 2 से 4 घंटे में ना तो उनका खाना समाप्त हुआ और न फोन ही उठा।