तहसील दिवस में स्टॉल लगाकर स्वास्थ्य विभाग ने टीबी के प्रति किया जागरूक

देश को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के लिए किया जागरूक

सीएमओ व डीटीओ ने लोगों को लक्षण व उपचार के बारे में बताया

सात मरीज मिले,14 सैंपल लिए

आगरा। देश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के लिए जनपद आगरा में शनिवार को समाधान दिवस (तहसील दिवस) के मौके पर जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. सीएल यादव के दिशा-निर्देशन में जागरूकता स्टॉल लगाया गया। इसमें आशा कार्यकर्ताओं द्वारा एक हजार लोगों को टीबी के प्रति जागरूक किया गया।सीएमओ डॉ.अरुण श्रीवास्तव ने टीबी को जड़ से खत्म करने के लिए लोगों से जागरुक रहने पर जोर दिया। उन्होंने कहा की जिले में टीबी मरीजों को खोजने और उनका उपचार करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के अंतर्गत आशाएं घर-घर जाकर मरीजों को खोज रही हैं।जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डॉ. सीएल यादव ने बताया कि तहसील दिवस में क्षय रोग विभाग की ओर से कैंप लगाया जाता है। जिसमें आने वाले लोगों को आईईसी मैटेरियल व विभाग के प्रतिनिधियों द्वारा टीबी के लक्षण, उपचार, निःक्षय पोषण योजना आदि की जानकारी दी जाती है।उन्होंने टीबी रोग के ऊपर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि टीबी दो प्रकार की होती है। पहला, पल्मोनरी टीबी, दूसरा एक्स्ट्रा पल्मोनरी टीबी। पल्मोनरी टीबी में फेफड़े संक्रमित होते हैं। इसके फैलने की आशंका रहती है। एक्स्ट्रा पल्मोनरी टीबी में फेफड़ों के बजाय शरीर के अन्य अंगों पर असर होता है। यह नहीं फैलती है। इसी क्रम में जिला क्षय रोग अधिकारी ने तहसील फतेहाबाद में स्टॉल का निरीक्षण किया। इस मौके पर एमओईसी फतेहाबाद डॉ.वीके सोनी, अरविंद कुमार यादव, शशिकांत पोरवाल, सौरभ कुमार, पारस आदि मौजूद रहे।

सीएचओ वीरेंद्र सिंह ने भलोखरा गांव का भ्रमण किया। वहां सात मरीजों के 14 सैंपल लिया गया। उनके साथ आशा शबनम भी मौजूद रहीं।

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