उत्तरप्रदेश- यूपी के गोंडा में प्रधानमंत्री आवास योजना की लाभार्थी के साथ हुई धोखाधड़ी मौत का कारण बन गयी है। सदमे से मां की मौत के बाद बेटी इंसाफ के लिए दर- दर भटक रही है लेकिन दो माह बाद भी अब तक मामले में कोई कार्रवाई देखने को नहीं मिली है।
मामला विकास खंड पड़रीकृपाल के ग्राम पंचायत उकरा गाँव से जुड़ा हुआ है। आपको बता दें कि 48 वर्षीय आशा पत्नी स्वर्गीय मोती के नाम पीएम आवास स्वीकृत हुई थी। मिट्टी के घर में अकेली विधवा इस उम्मीद में थी कि आवास मिलने के बाद पक्का घर बनेगा लेकिन जब उसे पता चला की उसके नाम स्वीकृत आवास का पैसा धोखाधड़ी करके दूसरे की फ़ोटो लगा कर उसके खाते में राशि भिजवा दी और तीन किस्तो में एक लाख बीस हजार रूपये निकाल लिया गया, इसकी जानकारी होने पर आशा की सारी उम्मीदें टूट गयीं। आशा ये सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाई। बताते चलें कि आशा के पति मोती की मृत्यु पांच वर्ष पूर्व हो गयी थी। तब से वो अकेले अपने मिट्टी के घर में रह रही थी। कुछ साल पहले उसका मिट्टी का घर भी ढह गया और मजबूरन उसे अपनी बेटी के यहां रहना पड़ रहा था। आवास की धोखाधड़ी के सदमे से मौत के बाद परसा सोंहसा की रहनी वाली बेटी मंजू ने जिला अधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी, पुलिस अधीक्षक सहित जिले के सभी उच्चाधिकारियों से इन्साफ की गुहार लगाते हुए ग्राम प्रधान संजय कुमार और सचिव की मिली भगत की शिकायत कर इन्साफ की मांग कर रही है लेकिन दो माह बाद भी इस जघन्य अपराध के जिम्मेदारों पर कार्रवाई तय नही हो पाई है।इस संबंध में खंड विकास अधिकारी से बात किया गया तो उन्होंने बताया कि जांच करा रहे हैं।
ये भी पढ़ें- मध्यप्रदेश: यूरिया संकट पर प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी को घेरा, कहा- ‘बोरे पर माननीय की फोटो…’