उत्तराखंड- पर्यावरण में बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए सीएनजी स्टेशन एक बेहतर विकल्प के तौर पर उभर कर सामने आ रहा है लेकिन सीएनजी स्टेशन अभी छोटे शहरों में ठीक प्रकार से स्थापित नहीं पहुंच हो पा रहे हैं। जिन शहरों में स्थापित हो भी रहे हैं वहां उनकी सप्लाई में दिक्कतें सामने आ रही हैं ऐसा ही हाल है देहरादून में बने सीएनजी पंपों का शहर में सीएनजी पंप तो स्थापित तो हो गये हैं लेकिन इनकी सप्लाई उनकी मांग के अनुरूप नहीं हो पा रही है। हरिद्वार स्टेशन जहां से सीएनजी की सप्लाई होती है उसका कहना है कि देहरादून शहर में सीएनजी स्टेशन की क्षमता पूरी हो गयी है।
मांग पांच हजार किलोग्राम और खपत तीन हजार किलोग्राम की
शहर में कुल आठ सीएनजी पंप है। जिनकी सप्लाई हरिद्वार स्टेशन से होती है। सीएनजी की सप्लाई सिंलेडर से होती है। इन पंपों में से प्रत्येक पर रोज की खपत तीन हजार किलोग्राम गैस है। इसके इतर मांग की बात करें तो इनकी मांग पांच हजार किलोग्राम गैस की है। वहीं गैस स्टेशन की माने तो पंपों की क्षमता पूरी होने के कारण मांग को नकारा गया है। यही कारण है कि हाल ही में शहर में खुले सात सीएनजी पंपों को सप्लाई देने से मना किया गया है।