KNEWSDESK- बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की गुरुवार रात दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। दरअसल वो उम्र कैद की सजा काट रहे थे। कुछ दिनों से मुख्तार अंसारी की तबियत खराब चल रही थी। इसी को लेकर विपक्षी नेता सरकार पर आरोप लगा रहे हैं। इसी कड़ी में अखिलेश ने सोशल मीडिया पोस्ट कर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि किसी बंधक या कैदी की मृत्यु हौना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पोस्ट कर कहा कि, ‘हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा। ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है। वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं। आगे कहा कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं। उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।
ये था आरोप
आपको बता दें कि मुख्तार अंसारी की गुरुवार रात दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। मुख्यतार अंसारी के परिवार ने उन्हें धीमा जहर देने का आरोप लगाया था। जब एमपी – एमएलए कोर्ट में एंबुलेंस मामले में पेशी चल रही थी, तब मुख्तार अंसारी के वकील ने एप्लीकेशन दी थी। इसमें भी अंसारी को धीम जहर देने की शिकायत की थी।