विपक्षी दलों की बैठक में नहीं बुलाने से AIMIM ने विपक्ष पर साधा निशाना, बोले- विपक्ष अछूत मानता है

KNEWS DESK… कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में बीते 18 जुलाई को देश के 26 राजनीतिक दलों के नेताओं ने आगामी लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ना बनने को लेकर बैठक की है। जिसमें असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन  शामिल नहीं थी।  AIMIM ने बेंगलुरु बैठक को लेकर विपक्ष पार्टियों पर निशाना साधा है।

आपको बता दें कि बेंगलुरु में विपक्षी दलों की बैठक में नहीं बुलाए जाने पर AIMIM ने बड़ा हमला बोला है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता वारिस पठान ने कहा कि विपक्षी पार्टियों ने हमें नहीं बुलाया. उनके लिए हम राजनीतिक अछूत हैं। उद्धव ठाकरे नीतीश कुमार और महबूबा मुफ्ती भी उस बैठक मे शामिल रहे हैं। जो भाजपा की सरकार में थे। और अब अचानक से वे धर्मनिरपेक्ष हो गये। इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा कि एक केजरीवाल जी भी हैं। गुजरात चुनाव में जिन्होंने कांग्रेस को गाली गलौज किए थे और अब जाकर उनके साथ शामिल हो गए हैं। और वो भी धर्मनिरपेक्ष हो गये हैं।

AIMIM प्रवक्ता पठान ने कहा-भाजपा को हराना है 

विपक्षी दलों पर अपनी पार्टी को अलग रखने का आरोप लगाते हुए AIMIM प्रवक्ता वारिस पठान ने कहा है कि  विपक्ष कहते हैं कि हमें संविधान बचाना है। लोकतंत्र बचाना है और BJP को हराना है। वैसे ही हमारा मुख्य मुद्दा किसी भी तरह से BJP को हराना है और लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोबारा प्रधानमंत्री नहीं बनने चाहिए।  पठान ने आगे कहा कि  UPA सरकार में AIMIM आपके साथ थी। प्रफुल्ल पटेल साहब पहली मीटिंग में आपके साथ आए और अब BJP के साथ चले गए। अब जो मंत्री बनने वाला है वो आपको नजर नहीं आता और जो व्यक्ति संविधान बचाने की बात कर रहा है। UCC के खिलाफ लड़ रहा है। उसे आप कैसे नजरअंदाज कर सकते हैं।

AIMIM के नेता का आरोप-मुस्लिमों का वोट चाहिए प्रतिनिधित्व नहीं

AIMIM के नेता वारिस पठान ने आरोप लगाया है कि विपक्षी पार्टियां मुसलमानों का वोट तो चाहती हैं लेकिन मुसलमानों का प्रतिनिधित्व नहीं चाहतीं। हर कोई हमें BJP की B टीम कहता है। कुछ दिन पहले महाराष्ट्र में सबने देख लिया कि असल में BJP की B टीम कौन है।

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