कानपुर देहात। उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात का चर्चित मड़ौली कांड में अब एक नाय मोड़ देखने को मिल रहा है. घटना के मामले में अब सस्पेंड रहे लेखपाल अशोक की पत्नी सीमा सिंह ने कोर्ट में एक पत्र देकर अपने पति की बेगुनाही साबित करने के लिए अपील की है. सीमा ने इस पत्र में बताया है कि उनके पति 13 फरवरी 2023 को अधिकारियों के निर्देश पर मड़ौली गांव में अवैध कब्जा हटाने के लिए पहुंचे थे. उन्होंने बताया कि वहां पर मौजूद अवैध कब्जा करने वाले ग्रामीणों ने झोपड़ी में आग लगाई थी जिससे मां-बेटी जिंदा जल गई थीं.
दरअसल आपको बता दें कि सीमा सिंह ने जो शिकायत पत्र दिया है उसमें उन्होंने जिक्र किया है कि उनके पति जब अवैध कब्जा हटाने के लिए मड़ौली गांव गए थे उस वक्त वहां पहले से मौजूद मृतका के पति कृष्ण गोपाल और पुत्र शिवम, अंश और अन्य ग्रामीण बनवारी ने कब्जा हटाने गई टीम पर पथराव कर दिया था. पथराव की वजह से टीम तितर-बितर हो गई थी. इसी बीच इन लोगों ने ही झोपड़ी में आग लगा दी. इसके बाद भी ग्रामीणों का मन नहीं भरा तो उन्होंने लेखपाल को पकड़कर उनके साथ मारपीट की.
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जानकारी के लिए बता दें कि सीमा सिंह ने आरोप लगाया है कि ग्रामीणों ने उनके पति को बंधक बनाया और उनके साथ मारपीट की. इतना ही नहीं कृष्ण गोपाल, शिवम, अंश और बनवारी ने गाड़ी में सरकारी कागज फाड़ दिए और उनकी जेब में से 15 हजार रुपये भी निकाल लिए. इसके बाद उन्होंने ही लेखपाल पर झूठा आरोप लगाते हुए रूरा थाना में केस दर्ज करवा दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि जब उन्होंने पुलिस को सच्चाई बतानी चाही तो उनकी एक न सुनी गई.
कोर्ट ने फिलहाल प्रार्थना पत्र को स्वीकार करते हुए रूरा थानाध्यक्ष को मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं. रूरा थाना प्रभारी समर बहादुर सिंह ने कहा है कि उन्होंने शिकायत मिलने के बाद कृष्ण गोपाल दीक्षित उर्फ पप्पू, अंश दीक्षित, शिवम दीक्षित और बनवारी के खिलाफ मामला दर्ज किया है.