आखिर ज्यादातर पुरूष ही क्यों होते हैं गंजेपन का शिकार,लड़कियाँ क्यों नहीं

KNEWS DESK…..क्या आपने कभी किसी गंजी महिला को देखा है? शायद नहीं, क्योंकि गंजापन का शिकार पुरुष अधिक होते हैं।हालांकि,महिलाओं में पोषक तत्वों की कमी और तनाव के कारण बालों का झड़ना हो सकता हैं।यह समस्या उम्र के साथ बढ़ सकती है। जबकि पुरुषों में यह समस्या काफी आम है।आपने देखा होगा कि उम्र बढ़ने के साथ ही पुरुषों के बाल झड़ते जाते है और  एक उम्र के बाद बालों का झड़ना तेजी से शुरू हो जाता है। कई पुरुष तो 30 साल की उम्र में ही गंजापन दिखाई देने लगते हैं।

हार्मोन और जींन है जिम्मेदार…

हार्मोन— पुरुषों में बालों के उगने और गिरने का कारण हार्मोनों में बदलाव होता है। गंजेपन के बारे में अध्ययन करने वाले नॉर्वे की बर्गेन यूनिवर्सिटी के जीवविज्ञानी पेर जैकबसन के अनुसार, इसमें टेस्टोस्टेरॉन नामक यौन हॉर्मोन का महत्वपूर्ण योगदान होता है। यह हॉर्मोन पुरुषों में पाए जाने वाले एंड्रोजन समूह का हिस्सा है।

जीन— कुछ लोगों को बहुत कम उम्र में ही गंजेपन की समस्या हो जाती है। इसका कारण उन्हें विरासत में मिलने वाले एंजाइम और उनकी त्वचा के विभिन्न प्रकार का होना हो सकता है।कुछ लोगों में यह एंजाइम्स की अधिकता के लिए प्रभावी रहती है। यही कारण है कि कुछ लोगों को यह समस्या विरासत में मिलती है।

महिलाओं में, टेस्टोस्टेरॉन की मात्रा कम होती है और इसके साथ-साथ एस्ट्रोजन नामक हार्मोन का स्राव भी होता है। इसलिए, महिलाओं में टेस्टोस्टेरॉन के डिहाइड्रोटेस्टोस्टेरोन में बदलाव की प्रक्रिया कम होती है।कभी-कभी गर्भावस्था या मेनोपॉज़ के दौरान यह प्रक्रिया तेज हो सकती है और इस समय महिलाओं के बालों का झड़ना शुरू हो सकता है।

 

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