पबजी एडिक्ट ने की मां-बाप की हत्या, हत्या के बाद कमरे में कर रहा था आराम

KNEWS DESK- झांसी से बहुत ही हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। पबजी एडिक्ट 26 साल के बेटे ने तवा मारकर मां-बाप की हत्या कर दी। इसके बाद वह नहाया। कपड़े बदले और कमरे में जाकर आराम से बैठ गया। हत्या की सूचना पर जब पुलिस पहुंची तो आरोपी बेटा चारपाई पर बैठा मिला।

इंस्पेक्टर से बोला मैनें ही मारा 

पुलिस को देखकर हंसने लगा। इंस्पेक्टर ने पूछा तो पहले कुछ नहीं बोला। फिर बोला- हां, मैनें ही मारा है। आरोपी का नाम अंकित है। बहन नीलम ने बताया कि भाई पबजी का एडिक्ट था। उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं थी। पिता उसको गेम नहीं खेलने देते थे। इसको लेकर अक्सर लड़ता था। शक है कि इसी विवाद में उसने हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपी घर पर बैठा हुआ था। जब पुलिस उसे पकड़कर ले जा रही थी, तब बहन पत्थर उठाकर मारने लगी।

पिता सरकारी स्कूल में थे प्रिंसिपल 

वारदात नवाबाद थाना क्षेत्र के पिछौर में हुई। यहां लक्ष्मी प्रसाद (58), पत्नी विमला (55) के साथ रहते थे। वह पलरा के सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल थे। बेटा अंकित (26) साथ रहता था। जबकि तीन बेटियों में बड़ी बेटी नीलम और सुंदरी की शादी हो चुकी थी। नीलम का ससुराल पड़ोस की कॉलोनी में है। छोटी बेटी शिवानी उरई में रहकर पढ़ाई कर रही है। मृतक लक्ष्मी प्रसाद की छोटी बेटी उरई में रहकर पढ़ाई कर रही है। वारदात की सूचना मिलने पर वह घर पहुंची तो बेहोश होकर गिर पड़ी।

छह महीने कमरे से नहीं निकला

अंकित घर पर ही मोबाइल रिपेयरिंग का काम करता था। बहन नीलम ने बताया कि वो मोबाइल पर गेम बहुत ज्यादा खेल रहा था। छह महीने तो कमरे से ही नहीं निकला था। इसी में वह डिस्टर्ब हो गया था। उसका व्यवहार भी बदल गया था। मम्मी-पापा से मारपीट भी करता था। उससे सभी परेशान थे। इसी घर में बेटे ने मां-पिता की हत्या कर दी। पुलिस ने घर को सील कर दिया है। सबूत जुटाए गए हैं।

नीलम ने बताया कि कोरोना के वक्त अंकित की जॉब छूट गई थी। वो रेलवे हॉस्पिटल में कंपाउंडर था। लॉकडाउन के दौरान वो घर में ही रहा। इस दौरान मोबाइल और लैपटॉप पर कई-कई घंटे गेम खेलता था। उसने मां-पिता से पहले भी मारपीट की थी। वो उसे गेम खेलने से मना करते थे और दोबारा जॉब करने को कहते थे। माना जा रहा है कि इसी विवाद में उसने दोनों की हत्या कर दी।

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