गोरखपुर। गोरखपुर समेत आसपास के जिलों के अधिकारियों और थाने समेत डायल 112 पर कॉल कर अर्दब में लेने की कोशिश करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. दोनों आरोपी आवाज बदलकर खुद को मुख्यमंत्री का फर्जी ओएसडी, मंत्री-डीजीपी का पीए और किन्नर समाज का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनकर कॉल करते थे. इतना ही नहीं वे बात नहीं सुनने और काम नहीं करने पर गाली-गलौज और धमकियों देते रहे हैं. गोरखपुर समेत आसपास के कई जिलों से शिकायत मिलने के बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया करने में सफलता हासिल की. पुलिस ने इनके पास से शासन-प्रशासन के उच्चाधिकारियों के मोबाइल नंबर लिखे प्रपत्र, सचिवालय का पहचान पत्र, 4 अदद सपा का आईकार्ड, 4 भाजपा का आईकार्ड, दो आधार और 6 मोबाइल बरामद किया है.
दरअसल आपको बता दें कि गोरखपुर के एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर ने गुरुवार को पुलिस लाइन्स सभागार में घटना का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि बीते कई दिनों से गोरखपुर और आसपास के जिलों से इस तरह की शिकायत मिल रही थी. उन्होंने बताया कि अलग-अलग मोबाइल नंबरों और लैंडलाइन से कॉल की जा रही थी. ये दोनों आरोपी ऐसे युवकों के खिलाफ पुलिस और अधिकारियों को कॉल कर दबाव बनाते रहे हैं, जिनसे ये रुपए उधार लिए रहते रहे हैं. जब उधार देने वाला युवक इन लोगों से रुपए की मांग करता और दबाव बनाने लगता, तो उस पर दबाव बनाने के लिए ये दोनों आरोपी पुलिस के अधिकारियों और थाने पर कॉल करते रहे हैं. फर्जी ओएसडी, मंत्री-डीजीपी का पीए बताकर, किन्नर समाज का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनकर कॉल करते थे. जब बात नहीं बनती, तो ये गाली-गलौज और धमकी भी देते रहे हैं।