बाराबंकी : शिक्षक और शिक्षिका की प्रताड़ना से दुखी नाबालिक छात्रा ने दी जान,SP के आदेश पर मामला हुआ दर्ज

रिपोर्ट- मो0 रज़ी सिद्दीकी 

बाराबंकी।  बाराबंकी जिले में एक अजीमुद्दीन अशरफ इस्लामियां इंटर काॅलेज की पढ़ने वाली 14 वर्षीय छात्रा ने एक शिक्षक और शिक्षिका से तंग आकर आत्महत्या कर ली है। छात्रा ने आत्महत्या से पहले एक सुसाइड नोट लिखा है। इस सुसाइड नोट में छात्रा ने स्कूल के एक शिक्षिका और एक शिक्षक पर बार-बार नीच जाति और गरीब होने का ताना देते हुए सरे आम प्रताड़ित किए जाने से दुखी होकर आत्महत्या कर लेने का जिक्र किया है। बताया जा रहा है की छात्रा के पिता की कई साल पहले मौत हो चुकी है। छात्रा की मां किसी तरह अपनी दो बेटियों को पढ़ा रही थी। बड़ी बहन के साथ हुए इस हादसे के बाद छोटी बहन ने स्कूल जाना छोड़ दिया है। शिक्षकों द्वारा इस भेदभाव के बाद मृतक छात्रा की मां काफी हताश है। कार्रवाई को लेकर उसने नगर कोतवाली पुलिस को तहरीर दी, लेकिन पुलिस ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। छात्रा की मां कप्तान से मिली इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया है।

दरअसल आपको बता दें कि यह पूरा मामला बाराबंकी जिले के नगर कोतवाली क्षेत्र का है। यहां शहर के सरकारी अजीमुद्दीन अशरफ इस्लामियां इंटर काॅलेज की पढ़ने वाली एक जरूरतमंद परिवार की 14 साल की नाबालिक छात्रा के आत्महत्या का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि कॉलेज की एक शिक्षक और एक शिक्षिका ने छात्रा को कॉलेज में नीची जाति और गरीब होने को लेकर इतना प्रताड़ित किया कि उसने फंदे से लटककर अपनी जान दे दी। हद तो तब हो गई जब छात्रा की आत्महत्या करने की जानकारी इन आरोपी शिक्षकों को हुई तो उन्होंने छात्रा के चरित्र पर ही आरोप लगाते हुए उसे आत्महत्या का कारण बता दिया।

बता दें कि छात्रा की मौत के बाद एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। जिसमें बताया जा रहा है कि छात्रा ने लिखा है कि स्कूल की एक शिक्षक और एक शिक्षिका उसे बार-बार सार्वजनिक तौर पर नीची जाति और गरीब होने का ताना देने थे। सुसाइड नोट में इसी से आहत होकर आत्महत्या करने का जिक्र है। मृतक छात्रा की मां नसरीन बानो ने बताया हैं कि 2018 में उनके पति की हार्ट अटैक से मौत के बाद परिवार भुखमरी की कगार पर आ गया। वर्ष 2022 में उन्होंने अपनी दो बेटियों सानिया बानो व मारिया बानो का प्रवेश अजीमुद्दीन अशरफ इस्लामियां इंटर काॅलेज में कराया।

जानकारी के लिए बता दें कि 27 मई को शिक्षिका वस्फी खातून द्वारा सानिया से 11 सौ रुपये फीस लेकर कम की रसीद दी गई। गरीबी के कारण सानिया ने इसका विरोध किया। इसके बाद सानिया को प्रताड़ित किया जाने लगा। शिक्षिका ने छात्रा से कहा कि गरीब और नीची जाति की होकर ऊंची जातियों की बराबरी करती हो। बताया जा रहा है की छात्रा की मौत और सुसाइड नोट मिलने के बाद मृतक छात्र की मां ने नगर कोतवाली पुलिस को आरोपी शिक्षकों पर कार्रवाई को लेकर तहरी दी। लेकिन पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। जिसके बाद पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक से कार्रवाई की मांग की। पुलिस अधीक्षक के आदेश के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया है और आगे की कार्रवाई कर रही है।

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