पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI की मदद करने वाले 3 आरोपियों को अहमदाबाद कोर्ट ने आजीवन कारावास की सुनाई सजा

KNEWS DESK… ISI से जुड़े तीन आरोपियों को अहमदाबाद सेशन कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने वर्ष 2012 में आतंकी हमले की साजिश रचने के आरोप में तीनों को गिरफ्तार किया था। जिनकी पहचान मोहम्मद अयूब, अली फकीर और नौशाद के रूप में  हुई थी। गिरफ्तारी के समय पर आरोपियों की उम्र 24 वर्ष थी।

दरअसल आपको बता दें कि तीनों आरोपियों को क्राइम ब्रांच की टीम ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और पाकिस्तानी सेना को गुप्त जानकारी साझा करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। जिसमें कि दो आरोपियों के अहमदाबाद के जमालपुर से गिरफ्तार किया गया था जिनसे पूछताछ के बाद नौशाद अली को क्राइम ब्रांच की टीम ने राजस्थान के जाधपुर से गिरफ्तार किया था। नौशाद अली मूल रुप से जोधपुर का ही निवासी है।

सरकारी अधिवक्ता ने फांसी की सजा की मांग

जानकारी के लिए बता दें कि अहमादाबाद कोर्ट में सरकारी अधिवक्ता ने भारत की गुप्त जानकारियां लीक करने के मामले में तीनों आरोपियों को फांसी की सजा की मांग की थी लेकिन अहमदाबाद कोर्ट के जज अंबालाल पटेल ने तीनों आरोपियों को फांसी की सजा देने से इंकार कर दिया औऱ तीनों आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा का ऐलान किया है।  कोर्ट ने कहा कि तीनों का अपराध दुर्लभतम श्रेणी का नहीं है, जिसके कारण उन्हें मौत की सजा नहीं दी जा सकती। मगर तीनों हमारे देश से प्रेम नहीं करते, उनकी देशभक्ति पाकिस्तान के प्रति है। जिसके कारण उन्हें आजीवन कारावास की सजा दी जा रही है।

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