KNEWS DESK – बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर नसीरुद्दीन शाह ने अपने करियर में कई हिट फ़िल्में की हैं| नसीरुद्दीन शाह 49 सालों से इंडस्ट्री में एक्टिव हैं| हाल ही में उन्होंने हिंदी फिल्मों को लेकर बात की है जिसके बाद से वो चर्चा में आ गये हैं| एक्टर ने कहा “बड़ा ढिंढोरा पीटते हैं हमें 100 साल हो गए, 100 साल से हम वहीं फिल्में बना रहे हैं। मैं तो हिंदी फिल्में देखता ही नहीं हूं, क्योंकि मुझे जरा भी नहीं भाती वो।”
नसीरुद्दीन ने फिल्मों को लेकर की बात
‘मीर की दिल्ली, शाहजहानाबाद: द इवॉल्विंग सिटी’ कार्यक्रम में नसीरुद्दीन शाह ने कहा कि हिंदी फिल्म निर्माता पिछले 100 सालों से एक ही तरह की फिल्में बना रहे हैं। एक्टर ने कहा “अब हिंदुस्तानी खाना लेकिन दुनिया भर में मशहूर इसलिए है क्योंकि उसमें सब्सटेंस है। हिंदी फिल्मों में क्या सब्सटेंस है। आज कल देखी जाती है जरूर हर जगह। एक तो हिंदुस्तानी इतने बसे हुए हैं उनको यही एक कनेक्शन लगता है घर से, लेकिन वो यूरोप में यहां वहां हाऊ एक्जाटिक, हाऊ इंडियन, हाऊ कलरफुल बोलते रहते हैं वो तंग आ जाएंगे हिंदी फिल्मों से क्योंकि जब तक उन फिल्मों में सब्सटेंस नहीं होगा।”
एक्टर ने कहा- ‘पैसा बनाने का जरिया बनाना करें बंद’
“अगर हम फिल्मों को महज पैसा बनाने का जरिया बनाना बंद कर दें तो शायद कोई बेहतरी होने की उम्मीद है। लेकिन मेरे ख्याल से बहुत देर हो चुकी है। अब कोई इलाज नहीं है क्योंकि जो आम फिल्में हैं जिन्हें देखने हजारों लोग जाया करते हैं वो तो कभी भी खत्म नहीं होंगी। वो तो चलती हीं रहेंगी और लोग उनको देखते भी रहेंगे। खुदा मालूम कब तक, लेकिन जो संजीदा फिल्में बनाना चाहते हैं जो फॉर्मूला के कैद में नहीं हैं उनकी जिम्मेदारी है ऐसी फिल्में बनाना। जो आज की सच्चाई को पेश करें और इस तरह से पेश करें कि आप पर फतवा ना पड़े और ईडी आपके दरवाजे पर खटखटाए ना।”
हिंदी फिल्में नहीं देखता हूं- नसीरुद्दीन
नसीरुद्दीन शाह ने कहा कि उन्होंने हिंदी फिल्में देखना बंद कर दिया है, उन्हें वो बिल्कुल पसंद नहीं हैं। उन्होंने कहा कि ईरानी फिल्म निर्माताओं ने अधिकारियों के दमन के बावजूद फिल्में बनाईं और भारतीय कार्टूनिस्ट आर. के. लक्ष्मण इमरजेंसी के दिनों में कार्टून बनाते रहे।
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