KNEWS DESK- विपक्षी दलों की दूसरी संयुक्त बैठक का आज दूसरा दिन है। बैठक में कुल 26 दल शामिल हो रहे हैं। सोनिया गांधी, राहुल गांधी, नीतीश कुमार, लालू यादव, तेजस्वी यादव, एमके स्टालिन, महबूबा मुफ्ती और अखिलेश यादव समेत कई नेता बेंगलुरु पहुंच गए हैं।
बेंगलुरु में विपक्षी दलों की अहम बैठक होने जा रही है, जिसमें शरद पवार समेत तमाम बड़े विपक्षी नेता शामिल हो रहे हैं। इस बैठक से पहले पूरा बेंगलुरु पोस्टरों से पट गया, जिसमें विपक्ष को एकजुट बताया गया है। हालांकि इन्हीं पोस्टरों के बीच देर रात कुछ ऐसे पोस्टर भी लगा दिए गए, जिनमें नीतीश कुमार पर निशाना साधा गया था। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ही विपक्षी एकता की पहल की थी, जिसके बाद देर रात लगे पोस्टरों में उन्हें एक अस्थिर पीएम उम्मीदवार बताया गया। ऐसी ही कई और बड़े पोस्टर भी बेंगलुरु में लगे दिखे।
भाजपा ने साधा निशाना
भाजपा ने विपक्ष की बैठक को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है। भाजपा का कहना है कि यह बैठक महत्वपूर्ण मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए हो रही है। वहीं, कांग्रेस ने कहा कि बैठक को लेकर भाजपा घबरा गई है। वह डरी हुई है। पार्टी नेताओं ने दावा किया कि 2024 में केंद्र में विपक्ष की सरकार बनेगी।
नीतीश कुमार को अस्थिर पीएम उम्मीदवार बताने के अलावा एक और पोस्टर लगा देखा गया, जिसमें सुल्तानगंज के पुल की तस्वीर लगी थी। ये पुल कुछ ही दिन पहले टूटकर नदी में गिर गया था। पोस्टर में पहले नीतीश कुमार का स्वागत किया गया है और उसके बाद लिखा गया है कि बिहार को नीतीश कुमार ने उजड़ने का गिफ्ट दिया है। पोस्टर में घटना की तारीख का भी जिक्र किया गया है। पोस्टर में उनके इस्तीफे की भी बात कही गई है।
पोस्टर लगाने वाले की तलाश जारी
विपक्षी एकता के पोस्टरों के बीच नीतीश कुमार की आलोचना वाले पोस्टर लगाने वालों की तलाश शुरू हो चुकी है. पुलिस सीसीटीवी फुटेज से आरोपियों की पहचान करने में जुटी है। सवाल ये भी उठ रहा है कि रातोंरात कैसे ये बड़े-बड़े पोस्टर लगा दिए गए। फिलहाल पुलिस ने सुबह-सुबह ऐसे सभी पोस्टरों को निकाल दिया है. बाकी जगहों पर भी देखा जा रहा है कि कहीं ऐसे पोस्टर न लगे हों।