अविश्वास प्रस्ताव : वित्तमंत्री सीतारमण ने विपक्ष पर साधा निशाना,कांग्रेस सपने दिखाती थी हम करते हैं पूरे

KNEWS DESK… अविश्वास प्रस्ताव पर आज तीसरे दिन की चर्चा हो रही है और संसद के मानसून सत्र का आखिरी पड़ाव भी चल रहा है. आज पीएम मोदी का संसद में भाषण होगा. एक दिन पहले राहुल गांधी ने संसद में कई बड़ी बात कही थी. इस बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में बयान दिया है.

दरअसल आपको बता दें कि वित्तमंत्री सीतारमण ने चर्चा की शुरुआत दुनिया के आर्थिक हालात से की. उन्होंने कहा कि दुनिया में आर्थिक हालात बेहद खराब हैं. 2022 में वैश्विक अर्थव्यवस्था में लगभग 3 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. उन्होंने कहा कि वैश्विक वृद्धि में और कमी आएगी. ब्रिटेन काफी चुनौतीपूर्ण स्थिति का सामना कर रहा है. यूरो जोन भी संघर्ष कर रहा है. यूरोपियन सेंट्रल बैंक भी लगातार 9 बार ब्याज दर बढ़ा चुका है. वहां ब्याज दर 23 साल की ऊंचाई पर है. हमारी सरकार की नीति के कारण कोविड के बावजूद सुधार हुआ। आज देश सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है. आज जब चीन समेत दुनिया भर की अर्थव्यवस्था बुरे हालात से गुजर रही है. हम कोविड की स्थिति पर तेजी से काबू पाते हुए आगे बढ़े हैं.

जानकारी के लिए बता दें कि सीतारमण ने आगे कहा कि हम 6 दशक से सुनते आ रहे थे, गरीबी हटाओ, हटाया क्या? नहीं, अब हम देख रहे हैं कि गरीबी में कमी आयी है. UPA सरकार पोस्टडेटेड चेक देती थी. लेकिन मोदी सरकार ऐसा नहीं कर रही है. यह परिवर्तन कैसे हुआ? यह परिवर्तन हमारे प्रशासन में परिवर्तन के माध्यम से हुआ, बनेगा, मिलेगा, यह सब पहले कहा जाता था। अब जनता क्या उपयोग कर रही है, बन गयी, मिल गयी और आ गयी. आज की यह शब्दावली बन गई. UPA के समय बिजली आएगी, अब आ गई, पहले था गैस कनेक्शन मिलेगा, अब मिल गया है, पहले था पानी का कनेक्शन मिलेगा, अब मिल गया. पहले था पीएम का आवास बनेगा, अब पीएम आवास बन गया है. पहले था कि गांव में सड़क बनेगी, अब गांव में सड़क बन गयी है, कहते थे एयरपोर्ट बनाएंगे, अब बन गया, कहते थे बैंक खाता खुलवाएंगे, अब खुल गया.

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निर्मला सीतारमण ने सरकार की गिनाईं उपलब्धियां

निर्मला सीतारमण पिछले 9 साल में सरकार के काम और आर्थिक उपलब्धियां गिना रही हैं. उन्होंने कहा कि 2014 में पूंजीगत व्यय 3.9 लाख करोड़ था. आज यह 10.9 लाख करोड़ हो गया है. 2014 में कृषि का बजट 21,933 करोड़ था, आज यह बढ़कर 1 लाख 25 हजार करोड़ से ज्यादा हो गया है। 5 गुना बढ़ गया. मई 2014 में विदेशी मुद्रा भंडार 313 बिलियन था। आज जून 2023 तक 600 बिलियन है। 2024 में रक्षा निर्यात 1,941 करोड़ था, आज यह बढ़कर 16 हजार करोड़ हो गया है। 2013 में मातृ मृत्यु दर में भारत की रैंकिंग 167 थी। आज वह रैंक 97 पर आ गई है। यूपीए ने एक दशक बर्बाद कर दिया क्योंकि भ्रष्टाचार बहुत अधिक था। आज हम उच्च विकास दर और निम्न मुद्रास्फीति दर देख पा रहे हैं। जनता ने 2014 में अविश्वास जताया था और 2019 में हरा दिया। 2024 में भी उनका यही हाल होगा.

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