लोकसभा चुनाव के लिए NDA और विपक्षी पार्टियां कर रहीं बैठक, क्या बदल जाएगा UPA का नाम?

KNEWS DESK… आगामी लोकसभा चुनाव-2024 से पहले आज यानी 18 जुलाई का दिन बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है। क्योंकि आज NDA और UPA गुट की दो बड़ी बैठक होने जा रही है। पहली बैठक UPA गुट में 26 पार्टियों की है जिसमें आशंका जताई जा रही है कि UPA का नया नाम भी चयनित किया जा सकता है। तो वहीं दूसरी तरफ NDA गुट की है जिसमें 38 राजनीतिक दल हैं।

दरअसल आपको बता दें कि विपक्ष का गुट हो या फिर चाहें वो NDA हो दोनों ओर से सीट बंटवारे को लेकर रणनीति बनाई जा रही है। जहां एक तरफ विपक्षी एकता की बैठक के लिए कल से ही बेंगलुरू में नेताओं का जमावड़ा शुरू हो गया था तो वहीं पर दूसरी तरफ NDA गुट की पार्टियां आज दिल्ली में बैठक कर विचार व्यक्त करेंगी। देश भर के एकजुट हुए विपक्ष का एक ही मुद्दा है कि किसी भी प्रकार से मोदी सरकार को हराना है तो वहीं NDA गुट का लक्ष्य है कि देश में लगातार तीसरी बार मोदी सरकार बनाना है। विपक्ष की एकता की अगुवाई करती हुई कांग्रेस नजर आ रही है। पटना के बाद विपक्ष की दूसरी बैठक आज बेंगलुरू में हो रही है। जिसमें कांग्रेस के सभी बड़े नेता शामिल हो रहे हैं। विपक्षी पार्टियों के नेताओं के पोस्टर, बैनर पूरे बेंगलुरू में लगे हुए हैं। बैनरों में 26 दलों के 28 नेताओं की फोटो लगी होने के साथ विपक्षी एकता को दर्शाने के लिए नारे भी लिखे हुए हैं। इस बैठक में शामिल होने के लिए कल ही राहुल गांधी के साथ सोनिया गांधी बेंगलुरू पहुंच गई थी।

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जानकारी के लिए बता दें कि विपक्ष का सबसे बड़ा और पहला मुद्दा तो यह है कि विपक्षी एकता का नाम UPA हो या और कुछ किया जाए जिसके लिए कल कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा था कि 18 जुलाई को होने वाली बैठक में सभी की सहमति से नाम का बदलाव किया जाएगा। जिससे साफ तौर से जाहिर होता है कि कांग्रेस ने नाम को लेकर अनेय दलों पर छोड़ दिया है। दूसरा मुद्दा है कि एकजुट विपक्ष का नेतृत्व कोन करेगा। सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस चाहेगी कि गठबंधन का अध्यक्ष उसी की पार्टी से हो जिसके चलते आज की बैठक में शामिल होने के लिए सोनिया गांधी भी गई हुई हैं। तीसरा मुद्दा है कि गठबंधन का संयोजक जिसको लेकर पिछली बार कुछ दलों ने नीतिश कुमार को संयोजक बनाए जाने की बात की थी जिसपर कांग्रेस ने भी सहमति जताई थी।

छोटे दलों को एक साथ लेकर चलने की तैयार कर रहे रणनीति

बता दें कि विपक्ष की महाजुटान के बीच आज यानी 18 जुलाई को दिल्ली में NDA की बैठक होने जा रही है। भाजपा लगातार तीसरी बार केंद्र में सरकार बनाने के लिए देश के कई छोटे-छोटे दलों को एक साथ लाने के लिए रणनीति तैयार कर रही है। जिसके लिए पीएम मोदी और अमित शाह  ने एक बड़ा प्लान तैयार किया है। बनाई गई रणनीति के तहत उत्तर प्रदेश, बिहार और दक्षिण भारत के प्रदेशों की छोटी पार्टियों के साथ लाया जा रहा है औऱ ऐसे दलों को भी जोड़ा जा रहा है जो बीच में छोड़कर चले गए थे।

दिल्ली में NDA को होगी बैठक

गौरबतल हो कि शिवसेना और NCP के बीच अनबन के बाद शिवसेना एकनाथ सिंदे और NCP अजित पवार के गुट NDA गठबंधन में एक साथ हैं। NDA की आज होने वाली बैठक में यह दोनों गुट हिस्सा भी लेंगे। डिप्टी सीएम अजित पवार स्वयं इस बैठक में शामिल होने के लिए आएंगे। इस दौरान राजनीति में एक ऐसी तस्वीर देखने को मिलेगी जो अपने आप में सबसे अलग होगी। जो कि जहां विपक्ष की बैठक में शरद पवार शामिल हो रहे हैं तो वहीं पर दूसरी तरफ NDA की दिल्ली में हो रही बैठक में अजित पवार शामिल होंगे।

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