KNEWS DESK… देश की राजधानी दिल्ली में G-20 शिखर सम्मेलन के पहले दिन राष्ट्रपति के साथ डिनर में राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी न्योता दिया गया है. हालांकि, कांग्रेस शासित राज्यों के सीएम के बयान पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सफाई दी और बयान को खारिज किया है. MHA ने कहा है कि ये कहना सच नहीं है. CM के मूवमेंट पर कोई रोक नहीं है. भारत कि राजधानी दिल्ली में G-20 शिखर सम्मेलन के पहले दिन डिनर को लेकर सियासत गरमा गई है. छत्तीसगढ़ के CM भूपेश बघेल और राजस्थान के CM अशोक गहलोत ने दिल्ली में लैंडिंग की इजाजत ना मिलने का दावा किया है.
दरअसल आपको बता दें कि एक दिन पहले छत्तीसगढ़ के CM भूपेश बघेल ने एक बयान दिया कि उन्होंने G-20 शिखर सम्मेलन के डिनर में भाग लेने में असमर्थता जताई. सीएम बघेल का कहना था कि दिल्ली और उसके आसपास हवाई प्रतिबंधों के कारण उनके विमान को लैंडिंग की अनुमति नहीं दी गई है. CM बघेल के इस संबंध में पूछे जाने पर कहा कि अब तो दिल्ली में नो-फ्लाइंग जोन हो गया है तो, वहां कैसे जाऊं?
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गृहमंत्रालय ने गहलोत-बघेल के आरोपों को किया खारिज
जानकारी के लिए बता दें कि गृह मंत्रालय ने एक मीडिया रिपोर्ट में राजस्थान के मुख्यमंत्री ने गृह मंत्रालय द्वारा उनके हेलिकॉप्टर उड़ान के लिए मंजूरी देने से इनकार करने का दावा किया है. राजस्थान के CM की तरफ से सीकर समेत उड़ान अनुमति के लिए चार अनुरोध प्राप्त हुए थे और सभी को MHA की तरफ से अनुमोदित किया है. CM राजस्थान के किसी भी अनुरोध को अस्वीकार नहीं किया गया है. जबकि वाणिज्यिक विमानों की सभी निर्धारित उड़ानों और राज्यपालों और राज्य के मुख्यमंत्रियों को अपने राज्य के विमानों पर आवाजाही की पूरी अनुमति है. निजी चार्टर्ड उड़ानों को एमएचए से अनुमति लेना जरूरी होगा.
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