के-न्यूज/बिहार, बिहार के शिक्षा मंत्री ने नालंदा ओपन विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में छात्रों को संबोधित करते है एक विवाद बयान दे दिया. उन्होंने छात्रों को संबोधित करते है कहा कि रमाचरित मानस एक नफरत फैलाने वाला और समाज को बांटने वाला ग्रंथ है. बयान पर जब उनसे मीडिया कर्मियों ने सवाल पूछा तो उन्होंने अपने बयान को सही बताया.
बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का ‘रामचरितमानस’ में दिए गए विवादत बयान में अब राजनीति तेज हो गयी है. बीजेपी ने इस बयान को वोट बैंको का उद्योग बता कर बिहार सरकरा को घेर रही है. वही कवि कुमार विश्वास ने बिहार के सीएम नीतिश कुमार से शिक्षामंत्री को तत्काल प्रभाव से शिक्षा देने की बात की है. वहा राजद ने खुद को इस बयान से दूर करते हुए. शिक्षा मंत्री के इस बयान को उनका निजी बयान करार दिया है.
आप को बता दे कि बिहार के शिक्षामंत्री जब नालंदा ओपन विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह में पुहंचे, तो वहां उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए विवादित बयान दे दिया. उन्होंने कहा कि मनुस्मति और रामचरितमानस नफरत फैलाने और समाज को बांटने वाला ग्रंथ बताया है. बयान के बाद उनसे सवाल पूछा तो उन्होंने बताया कि उनके द्वारा दिए गए बयान को सही ठहराया है.
नीतिश ने कहा शिक्षामंत्री के बयान की जानकारी नही
बिहार के सीएम नीतिश कुमार ने जब शिक्षा मंत्री के बयान के बारे में पूछा गया. तो उन्होंने कहा कि हमको बयान के बारे में कोई जानकारी नही है. हम शिक्षामंत्री से मिलकर बयान की जानकारी लेगें और उनसे पूछे गए कि उन्होंने क्या कहा है.
राजद ने खुद को बयान से किया दूर
बिहार शिक्षा के मंत्री चंद्रशेखर के विवादित बयान से राजद ने खुद को अलग कर लिया है. राजद ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस बयान से राजद को कोई लेना देना नहीं है. ये शिक्षा मंत्री का अपना निजी बयान है.